क्या पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप की दोस्ती फिर बनाएगी इतिहास? US चुनाव से पहले होगी अहम मुलाकात
वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले एक बार फिर दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के दो नेताओं की दोस्ती की चर्चा जोरों पर है। 5 नवंबर को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने के लिए बेताब हैं। यह मुलाकात अगले हफ्ते अमेरिका में हो सकती है, जहां पीएम मोदी क्वाड शिखर सम्मेलन में शामिल होने जा रहे हैं। ट्रंप ने इस मुलाकात का ऐलान फ्लिंट, मिशिगन में अपने चुनावी अभियान के दौरान किया।
डोनाल्ड ट्रंप और पीएम मोदी के बीच पहले भी बेहद मजबूत संबंध रहे हैं। वर्ष 2016 से 2020 के बीच जब ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति थे, तब दोनों नेताओं ने कई अहम वैश्विक मुद्दों पर मिलकर काम किया था। ट्रंप ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए उन्हें एक शानदार व्यक्तित्व करार दिया है। साल 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप ने भारतीय जनता पार्टी के नारे को अपनाते हुए “अबकी बार, ट्रंप सरकार” का नारा दिया था, हालांकि वह चुनाव जो बाइडेन से हार गए थे।
मुलाकात की संभावनाएं और चुनाव पर प्रभाव
इस बार ट्रंप फिर से राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी से उम्मीदवार हैं और चुनाव से पहले पीएम मोदी के साथ उनकी संभावित मुलाकात को लेकर चर्चाएं तेज हैं। ट्रंप ने इस बात पर जोर दिया है कि पीएम मोदी के साथ उनका विशेष संबंध है और दोनों मिलकर वैश्विक स्तर पर कई बड़े फैसले ले सकते हैं।
हालांकि, मुलाकात की तारीख और स्थान अभी स्पष्ट नहीं हैं, लेकिन माना जा रहा है कि यह क्वाड शिखर सम्मेलन के इतर हो सकती है, जिसकी अध्यक्षता मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडेन कर रहे हैं। इस बार ट्रंप का मुकाबला भारतीय मूल की डेमोक्रेटिक उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से है, और चुनावी सर्वेक्षणों के अनुसार दोनों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है।
ट्रंप-मोदी संबंधों का राजनीतिक महत्व
ट्रंप और मोदी की इस मुलाकात को लेकर दोनों देशों में राजनीतिक विश्लेषक कई तरह के कयास लगा रहे हैं। क्या ट्रंप की वापसी से फिर से दोनों देशों के बीच संबंधों में नई ऊर्जा आएगी? क्या मोदी और ट्रंप मिलकर एक बार फिर वैश्विक राजनीति पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालेंगे? इन सवालों के जवाब आने वाले दिनों में मिलेंगे।
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