Wayanad Landslides: भूस्खलन से अब तक 147 लोगों की मौत, बचाव अभियान दूसरे दिन भी जारी
Wayanad Landslides News: केरल के वायनाड जिले में भूस्खलन (Wayanad Landslides) की घटनाओं में मारे गए लोगों की संख्या बढ़कर 147 हो गई है और 200 से अधिक लोग घायल हुए हैं। बचावकर्मी मलबे में दबे लोगों की तलाश में जुटे हैं, जिससे मृतक संख्या और बढ़ने की आशंका है।
आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को बताया कि भूस्खलन (Wayanad Landslides) के बाद मुंडक्कई और चूरलमाला इलाकों में 180 से अधिक लोग लापता हैं और 300 से ज्यादा मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं। सेना, नौसेना और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के बचाव दल मलबे में दबे लोगों की तलाश कर रहे हैं।
भूस्खलन की घटनाएं मंगलवार को तड़के दो बजे से चार बजे के बीच हुईं, जिससे अपने घरों में सो रहे लोगों को बचने का मौका नहीं मिल पाया। वायनाड जिला प्रशासन की ओर से मंगलवार देर रात जारी आंकड़ों के अनुसार, नीलमबुर और मेप्पडी से करीब 30 मानव अंग भी बरामद किए गए हैं।
दूसरे दिन भी बचाव अभियान जारी
वायनाड में तैनात सेना, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और अन्य आपात सेवा के कर्मियों ने तलाश अभियान फिर शुरू किया। प्रवक्ता ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा प्रादेशिक सेना की 122 इन्फैन्ट्री बटालियन के जवान दूसरे दिन के बचाव अभियान की तैयारी कर रहे हैं। वे मेप्पडी में एक स्थानीय विद्यालय में अपने अस्थायी शिविर से वायनाड में आपदा प्रभावित इलाकों की ओर निकल पड़े हैं।
रक्षा विभाग की ओर से जारी एक बयान में बताया गया कि इस बीच सेना की कई टुकड़ियां तिरुवनंतपुरम और बेंगलुरु से सड़क तथा हवाई मार्ग से कालीकट रवाना हुई हैं। इसमें बताया गया कि सेना की टुकड़ियों में आपदा राहत कार्यों में अनुभवी सैनिक, चिकित्सा दल, एम्बुलेंस तथा अन्य उपकरण शामिल हैं। कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका के कारण मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।
अपने मनोरम दृश्यों के लिए मशहूर मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा गांवों में मूसलाधार बारिश के कारण मंगलवार तड़के हुई भूस्खलन की घटनाओं में महिलाओं और बच्चों समेत कई लोगों की मौत हो गई।
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