Wave Of Unrest In Bangladesh: शेख हसीना की सहयोगी जातिया पार्टी के दफ्तर में की तोड़फोड़ और आगजनी
Wave Of Unrest In Bangladesh: बांग्लादेश में एक बार फिर हिंसक घटनाओं ने तनाव का माहौल पैदा कर दिया है। हालिया घटना में सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने ढाका स्थित शेख हसीना की सहयोगी जातिया पार्टी के दफ्तर पर हमला कर दिया और उसमें तोड़फोड़ के बाद आग लगा दी। गुरुवार रात सैकड़ों की संख्या में लोग जातिया पार्टी के विजयनगर स्थित कार्यालय के बाहर जमा हुए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। नाराज प्रदर्शनकारी दफ्तर में घुस गए और वहां जमकर तोड़फोड़ की। इसके बाद उन्होंने दफ्तर के अंदर आग लगा दी, जिससे देखते ही देखते पूरा दफ्तर आग की लपटों में घिर गया।
सूचना पाकर दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक कार्यालय का अधिकांश हिस्सा जलकर खाक हो चुका था। जातिया पार्टी, जिसके संस्थापक हुसैन मोहम्मद इरशाद थे, वर्तमान में शेख हसीना की पार्टी के साथ गठबंधन में है। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि जातिया पार्टी के कार्यकर्ताओं ने हाल ही में छात्रों के प्रदर्शन पर अत्याचार किए थे, जिसका विरोध करने के लिए यह प्रदर्शन आयोजित किया गया था। खास बात यह रही कि घटनास्थल पर कोई पुलिस बल मौजूद नहीं था, जिससे प्रदर्शनकारियों को खुलकर तोड़फोड़ और आगजनी करने का मौका मिल गया।
अभी तक किसी संगठन ने इस हिंसक घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन प्रदर्शनकारियों को प्रधानमंत्री यूनुस का समर्थक माना जा रहा है। उनका आरोप है कि जातिया पार्टी देशद्रोही है और उसे इसके लिए दंडित किया जाना चाहिए। इससे पहले भी बांग्लादेश के राष्ट्रपति के खिलाफ प्रदर्शन हुए थे, जहां उनके इस्तीफे की मांग की गई थी। राष्ट्रपति ने एक इंटरव्यू में शेख हसीना के इस्तीफे के बारे में अनभिज्ञता जाहिर की थी, जिसके बाद से इस पर विवाद बढ़ता गया।