Violence Against Hindus In Bangladesh: बांग्लादेश में हिंदुओं पर हिंसा से तनाव, भारत और अमेरिका ने जताई चिंता
Violence Against Hindus In Bangladesh: बांग्लादेश के चटगांव में हिंदू समुदाय पर हुई हिंसा ने एक बार फिर से चिंता बढ़ा दी है। बीते बुधवार को इस्कॉन (इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉनशस्नेस) के खिलाफ फेसबुक पर एक मुस्लिम दुकानदार द्वारा की गई भड़काऊ पोस्ट के बाद हालात बेकाबू हो गए। चटगांव के हजारी गली क्षेत्र में रहने वाले हिंदू समुदाय के सदस्यों ने इस पोस्ट का विरोध किया, जिसके बाद तनाव फैल गया।
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सेना के नेतृत्व में संयुक्त बलों को तैनात किया गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दुकानदार उस्मान अली ने इस्कॉन को ‘‘आतंकवादी समूह’’ करार दिया था। इसके जवाब में नाराज भीड़ ने विरोध प्रदर्शन किया, जो बाद में झड़प में बदल गया। अधिकारियों ने बताया कि सेना, बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) और पुलिस ने स्थिति पर काबू पाने के लिए लाठीचार्ज किया, जिससे कई लोग घायल हुए। हिंसा के बाद हजारी गली में दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे, जबकि सुरक्षा बल इलाके में गश्त कर रहे हैं।
सेना के लेफ्टिनेंट कर्नल फिरदौस अहमद ने बताया कि झड़प के दौरान भीड़ ने कांच की बोतलें और एसिड फेंके, जिससे कई सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। स्थिति को काबू करने के लिए 80 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है और घटनास्थल की सीसीटीवी फुटेज की समीक्षा की जा रही है।
भारत ने बांग्लादेश से सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की
भारत सरकार ने चटगांव में हिंदुओं पर हुए हमले की कड़ी निंदा की है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बांग्लादेश सरकार से “चरमपंथी तत्वों” के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आग्रह किया। उन्होंने सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट की वजह से स्थिति बिगड़ने पर चिंता व्यक्त की और बांग्लादेश के हिंदू समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की।
अमेरिकी सांसदों ने भी उठाई आवाज
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों पर अमेरिका ने भी गंभीर चिंता जताई है। भारतीय-अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने अमेरिकी विदेश विभाग से बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने का अनुरोध किया है। उन्होंने बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा की अपील की है। हाल के दिनों में वहां मंदिरों और संपत्तियों पर हमलों की घटनाएं बढ़ी हैं।