उत्तर प्रदेश विधान परिषद में मनोनीत होने पर AMU कुलपति Tariq Mansoor का इस्तीफा
उत्तर प्रदेश विधान परिषद के लिए मनोनीत अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कुलपति तारिक मंसूर (Tariq Mansoor) ने इस्तीफा दे दिया है।
संदेशवाहक डिजिटल डेस्क/अलीगढ। उत्तर प्रदेश विधान परिषद के लिए मनोनीत अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कुलपति तारिक मंसूर (Tariq Mansoor) ने इस्तीफा दे दिया है। वहीं राज्यपाल ने प्रोफेसर तारिक मंसूर के विधान परिषद सदस्य बनने को मंजूरी दे दी है। 17 मई को कुलपति डॉ. तारिक मंसूर का कार्यकाल खत्म हो रहा है।
इस्तीफे के बाद प्रोफेसर मोहम्मद गुलरेज एएमयू (AMU) कुलपति का कार्यवाहक के रूप में कार्यभार संभाल सकते हैं। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. तारिक मंसूर (Tariq Mansoor) के बारे में चर्चा है कि उन्हें किसी आयोग का अध्यक्ष भी बनाया जा सकता है।
तारिक बन सकते हैं मंत्री
वहीं, सूत्रों के अनुसार कार्यवाहक कुलपति गुलरेज की पत्नी का नाम भी एएमयू वीसी के लिए भेजा जा सकता है। प्रो. तारिक मंसूर के इस्तीफा देने और प्रो. मोहम्मद गुलरेज के एएमयू के कार्यवाहक कुलपति बनने के बाद कई चर्चओं को हवा मिल गई है। चर्चा है कि कार्यवाहक वीसी बने प्रो. मोहम्मद गुलरेज की पत्नी प्रो. नईमा खातून, जो वीमेंस कॉलेज की प्रिंसिपल हैं, का नाम एएमयू के अगले वीसी के लिए नामों में शामिल है।
अब वीसी के लिए उनके नाम को भेजे जाने की संभावना बढ़ गई है। चर्चा है कि एएमयू के कुलपति के चयन की प्रक्रिया को अब गति मिलेगी। प्रो. मोहम्मद गुलरेज के निर्देशन में पूरा चयन होगा। चर्चा है कि एमएलसी बन चुके प्रो. तारिक मंसूर को किसी आयोग का चैयरमेन या प्रदेश सरकार में कोई मंत्री पद मिल सकता है।
एक साल के लिए बढ़ा था कार्यकाल
आपको बता दें, एएमयू में कुलपति का पांच साल का कार्यकाल होता है। प्रोफसर तारिक मंसूर (Tariq Mansoor) का कार्यकाल 15 मई 2022 को पूरा हो गया था। राष्ट्रपति के आदेश पर एक साल के लिए बढ़ाया गया था।
Also Read: परिवहन निगम ने शुरू की ऑनलाइन व्यवस्था, बसों में अब पेटीएम से भी दे सकेंगे किराया