Uttar Pradesh: अधिकारी मस्त, बंदी त्रस्त, जेल की व्यवस्था ध्वस्त!
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के नोएडा की लुक्सर जेल के अफसरों पर नहीं लग पा रही लगाम, कैंटीन में अनाप-शनाप दामों पर खानपान की वस्तुए बेंच जेब भरने में जुटे अफसर
संदेशवाहक डिजिटल डेस्क। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के लुकसर (नोएडा) जेल के बेखौफ अधिकारियों को न ही शासन का कोई डर है और न ही जेल मुख्यालय से होने वाली किसी कार्यवाही का। यही वजह है कि बंदियों के राशन की कटौती कर 200 रुपये किलो जलेबी और 100 रुपये लीटर दूध बेचकर जेब भरने में जुटे हुए हैं। मजे की बात यह है कि इस जेल में कमाई कर देने वाले सुरक्षाकर्मियों की ड्यूटी तक बदली नहीं जाती है। ऐसा तब है जब जेल में सुरक्षा कर्मियों की ड्यूटी प्रति सप्ताह बदले जाने का निर्देश है। यही नहीं जेल के दस्तावेजों में जो कुछ भी दर्ज होता है, वह हकीकत में कुछ और ही होता है। गाजियाबाद के बाद कमाई में नंबर दो मानी जाने वाली नोएडा जेल में लूट मच रखी है।
सूत्रों का कहना है कि जेल में इमरजेंसी कॉल (Emergency Call) के नाम पर प्रतिदिन लाखों के वारे न्यारे किये जा रहे हैं। तीन मिनट की फोन कॉल के लिए 100-200 रुपये खुलेआम वसूल किये जा रहे हैं। यही नहीं बन्दियों से मोटी रकम वसूल कर उन्हें उन फोन नंबरों पर बात कराई जा रही है, जो उन्होंने जेल आमद के समय दर्ज ही नहीं कराए थे।
इमरजेंसी कॉल के नाम पर बन्दियों से जमकर की जा रही धनउगाही
मालूम हो कि जेल नियमों के मुताबिक जेल प्रशासन बन्दियों से परिजनों के सिर्फ उन्ही नंबरों पर बात कराता है जो उन्होंने जेल आने के समय जेल प्रशासन को दर्ज कराए होते हैं, किंतु जेल इमरजेंसी कॉल के नाम पर बन्दियों से जमकर उगाही की जा रही है।
कैंटीन में खानपान की वस्तुए बेंच जेब भरने में जुटे अफसर
यही नहीं जेल प्रशासन के अधिकारी (prison administration officer) बंदियों के भोजन के लिए आने वाले राशन के गल्ला, गोदाम से आटा, मैदा, चीनी, चायपत्ती, मसाला, सरसों का तेल, रिफाइंड, देशी घी यहां तक की गैस सिलेंडर का इस्तेमाल कैंटीन में किया जाता है। भंडारे से घटिया भोजन परोस कर अधिकारी कैंटीन में तीन से चार गुना अधिक दाम पर खानपान की वस्तुएं बेंचकर कमाई करने में जुटे हैं। कैंटीन में कोल्डड्रिंक की दो लीटर की बोतल 220, जलेबी 200 रुपये किलो, पकी सब्जी (आलू, मटर, सोयाबीन) 250 रुपये किलो, पराठा 50 रुपये प्रति नग, कचौड़ी, ब्रेड पकौड़ा, समोसा 20 रुपये नग, रोटी 12 रुपये नग, बीड़ी 50 रुपये बंडल, गुटखा 20 रुपये, सिगरेट 10 वाली 25 में समेत अन्य वस्तुए तिगुने चौगुने दामों पर बेची जा रही है। कैंटीन में बिक्री करने वाले वार्डरों की महीनों ड्यूटी ही नहीं बदली जाती है। जेल के रायटर बदियों की दबंगई से बन्दी परेशान हैं।
उधर इस संबंध में नोएडा जेल अधीक्षक अरुण कुमार से संपर्क किया गया तो उन्होंने लगाए गए आरोपों को नकारतेे हुए कहा कि कुछ लोग उन्हें बदनाम करने में लगे हैं।
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