UP News: राहुल के संसदीय क्षेत्र रायबरेली की सड़कें गड्ढों में तब्दील, नहीं पहुंची विकास की बयान
न कांग्रेस सांसद न ही प्रदेश सरकार ले रही कोई सुध, अधिकारी भी नहीं कर रहे समस्या का समाधान, आम आदमी परेशान
Sandesh Wahak Digital Desk/ Bablu Singh Angara: नेता प्रतिपक्ष व सांसद राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली तक विकास की बयार नहीं पहुंच पा रही है। यहां पूरे जिले की सडक़ें गड्ढों में तब्दील हो चुकी हैं। लिहाजा आए दिन राहगीर इसमें गिरकर चोटिल हो रहे हैं। व्यापारियों का व्यापार चौपट हो रहा है। स्थानीय लोगों द्वारा जिम्मेदार अधिकारियों तक गुहार लगाने का भी कोई असर नहीं दिख रहा है। वहीं रायबरेली के लोगों को अपना परिवार बताने वाले राहुल गांधी भी इसकी सुध नहीं ले रहे हैं। प्रदेश सरकार और स्थानीय प्रशासन भी इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहा है।
रायबरेली कांग्रेस का गढ़ रहा है। पिछले लोकसभा चुनाव में यहां से कांग्रेस नेता राहुल गांधी सांसद चुने गए। चुनाव के दौरान उन्होंने रायबरेली को सुविधा-संपन्न करने का वादा भी किया था लेकिन जमीनी हकीकत इसके ठीक उलटी दिख रही है।
गड्ढ़ों में तब्दील हुईं सड़कें
नेता प्रतिपक्ष व सांसद राहुल गांधी का संसदीय क्षेत्र पूर्ण तरह से विकास से कोसों दूर दिख रहा है। यहां की सड़कें गड्ढों में तब्दील हो चुकी हैं। यहां की प्रमुख सड़कों का आलम यह है कि न तो गड्ढों का अंदाजा लग पा रहा है न सडक़ों का। अगर शहर की बात की जाए तो ऐसी कोई सड़क नहीं है जिस पर राहगीर आसानी से चलकर बाजार आ जा सके। यह स्थिति तब है जबकि शहर का चेयरमैन भी कांग्रेस खेमे के ही हैं।
शहर की मुख्य सडक़ जो होटल सारस से निकल कर ओवर ब्रिज घोसियाना होते हुए घंटाघर तक जाती है, इसका निर्माण 2014 मे स्थानीय लोगों और व्यापार मंडल के अथक प्रयास और तमाम विरोध प्रदर्शन के बाद हुआ लेकिन अमृत योजना के तहत सीवर पाइप लाइन डालने के नाम पर इसे उखाड़ दिया गया। आज यह पूरी तरह बदहाल हो चुकी है।
हैरानी की बात यह है कि प्रदेश सरकार की गड्ढा मुक्त सडक़ का वादा और आदेश भी रायबरेली में असरदार नहीं दिख रहा है। दूसरी ओर बदहाल सडक़ों को लेकर राहुल गांधी ने अभी तक प्रदेश सरकार से कोई पत्र-व्यवहार तक नहीं किया है। अलबत्ता कांग्रेस नेता इसके लिए प्रदेश सरकार को जिम्मेदार बता रहे हैं। कुल मिलाकर आम आदमी को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।
सरकार कर रही सौतेला व्यवहार: कांग्रेस
कांग्रेस के रायबरेली के जिलाध्यक्ष पंकज त्रिपाठी का कहना है कि सरकार जिले के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। इसके लिए राहुल गांधी को सरकार से पत्राचार करने की जरूरत नहीं है। जिलेवासी बदहाल सडक़ों को लेकर सरकार से जवाब मांग रहे हैं।
सरकार गंभीर पर अधिकारी समय से नहीं करा रहे काम : भाजपा
रायबरेली के भाजपा जिला अध्यक्ष बुद्धि लाल पासी ने कहा कि सरकार गड्ढा युक्तसडक़ों को लेकर गंभीर है लेकिन जिले के अधिकारी समय से काम पूरे नहीं करा रहे हैं।
सिर्फ कागजों पर सिमटा विकास
विकास कार्यों की समीक्षा बैठकों व उद्यान मंत्री दिनेश प्रताप सिंह का गृह जनपद होने के बावजूद यहां के अधिकारियों समस्या से आंख मूंदें है। हालांकि कागजों पर सब कुछ दुरुस्त रखा गया है।
शहर की कुछ सड़कें खराब हैं जिनकी मरम्मत बरसात के बाद करा दी जाएगी। अमृत योजना के तहत खोदी गई सडक़ों को लेकर जिलाधिकारी के साथ बैठक में मुद्दा उठाया गया है लेकिन जलकल विभाग मामले को नजरअंदाज कर रहा है।
-शत्रुघ्न सोनकर, अध्यक्ष, नगर पालिका रायबरेली
शहर की प्रमुख सड़कें बदहाल हैं। इसे सुधारने को लेकर कई बार बैठक की गई। डीएम को समस्या से अवगत कराया गया लेकिन जिला प्रशासन सिर्फ आश्वासन दे रहा है।
-सरदार बसंत सिंह बग्गा, व्यापारी नेता
अमृत योजना मृत योजना साबित हो रही है। सड़कें गड्ढों में तब्दील हो चुकी हैं। बुजुर्गो, महिलाओं और बच्चों का निकलना मुश्किल हो गया है। सारस होटल से घंटाघर तक जाने वाली मुख्य सड़क खोदकर ठेकेदार गायब हो गए हैं। न नगर पालिका न जल निगम इसका संज्ञान ले रहा है।
-अब्दुल वाहिद गुडडू घोसी, समाजसेवी
व्यापारी करीब एक वर्ष में शहर की बदहाल सडक़ों को बनवाने की मांग उठा रहे हैं। अधिकांश सडक़ों को अमृत योजना के तहत खोदकर छोड़ दिया गया है। बदहाल सड़कों के कारण लोगों का बाजार जाना मुश्किल हो रहा है। व्यापार चौपट हो रहा है लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है।
-अतुल गुप्ता, व्यापारी नेता
मुख्य बाजार में जाने के लिए रेलवे क्रॉसिंग मधुबन से जाने वाली रोड चलने लायक नहीं है। व्यापार प्रभावित हो रहा है। गड्ढों से भरी सड़कों के कारण आम लोगों को भी परेशानी हो रही है।
-के. के. गुप्ता, व्यापारी नेता
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