UP News: मंडी परिषद के उप निदेशक निर्माण ने लगाई 40 लाख की चपत!

Sandesh Wahak Digital Desk/Manish Srivastava: मंडी परिषद में दागी अफसरों के कारनामें अक्सर सुर्खियां बटोरते हैं। इस बार चर्चा में उप निदेशक (निर्माण) गिरधारी लाल हैं। गिरधारी के ऊपर मंडी परिषद को 40 लाख की वित्तीय हानि पहुंचाने का संगीन आरोप है। सहारनपुर से भाजपा के पूर्व विधायक मोहर सिंह ने सीएम योगी से इस अफसर के भ्रष्टाचार की शिकायत की है।
प्रमुख सचिव कृषि विपणन को सीएम सचिवालय ने मामला किया संदर्भित
सीएम सचिवालय के विशेष सचिव शशांक त्रिपाठी ने दस जनवरी को मामला प्रमुख सचिव कृषि विपणन को संदर्भित किया है। आरोपों के मुताबिक मण्डी परिषद में उप निदेशक (निर्माण) गिरधारी लाल ने बरेली, कानपुर और आजमगढ़ में तैनाती के दौरान कई वित्तीय अनियमितताएं की हैं। निर्माण खण्ड कानपुर की तैनाती अवधि के दौरान नवीन मण्डी स्थल चकरपुर, कानपुर में 15 नग ‘स’ श्रेणी की दुकान का निर्माण कार्य कराया है। जिस जमीन पर निर्माण कार्य कराया है, उसका मालिकाना हक किसी दिग्विजय सिंह नाम के निजी व्यक्ति के पास है।
विवादित जमीन का वाद हाईकोर्ट में विचाराधीन होने के बावजूद इस खेल को अंजाम दिया गया। जिसकी पूरी जानकारी पहले से गिरधारी को थी। विवादित भूमि पर निर्माण की एवज में 2023 में उप निदेशक निर्माण कानपुर ने भुगतान भी चहेते ठेकेदार को करीब 26.70 लाख का कर दिया। पिछले वर्ष दो अगस्त को हाईकोर्ट से वादी द्वारा स्थगन आदेश 02.08.2023 होने के उपरान्त निर्माणाधीन कार्यों पर सरकारी पैसा खर्च किया गया।
सरकारी वाहन का किया गया गलत उपयोग
निर्माण खण्ड बरेली में तैनाती के दौरान स्थानान्तरण के बावजूद कार्य मुक्त होने से पूर्व सरकारी वाहन का गलत उपयोग किया गया। खास बात ये है कि साक्ष्य मिटाने के लिए गाड़ी और लॉग-बुक को इस अफसर ने नष्ट करा दिया। वहीं गिरधारी लाल द्वारा उप निदेशक (निर्माण) आजमगढ के पद पर तैनाती अवधि में जनेश्वर मिश्र ग्राम विकास योजना के तहत जनेश्वर मिश्र गाम उरदौना में कराये गये कार्यों में भी घपला किया गया।
कार्यों की गुणवत्ता की जांच उप निदेशक (निर्माण) द्वारा की गयी थी। जांच में कराए गए निर्माण कार्य की गुणवत्ता मानकविहीन और विशिष्टियों के अनुरूप नहीं पायी गयी। शासन को 12 फरवरी की जांच आख्या भी भेजी गयी है। इस कारनामें से परिषद को करीब 14 लाख की चपत लगी है। पूर्व विधायक ने पिछले वर्ष 28 दिसंबर को सीएम योगी को पत्र भेजकर उप निदेशक निर्माण गिरधारी लाल के भ्रष्टाचार से जुड़े इन तथ्यों पर शासन से जांच कराने के साथ 40 लाख की वसूली करने की मांग की है।
शासन को एफिडेविट भेज दिया: पूर्व विधायक
सहारनपुर से भाजपा के पूर्व विधायक मोहर सिंह ने बताया कि मैंने सीएम योगी से इस अफसर के भ्रष्टाचार की शिकायत की है। पिछले हफ्ते शासन के एक अफसर ने शिकायत के संबंध में साक्ष्य के संबंध में एफिडेविट मांगा था। जिसे भेज दिया गया है। अभी तक उसके बाद मुझे कोई सूचना नहीं दी गयी है।
साक्ष्य उपलब्ध कराने पर जांच होगी: प्रमुख सचिव कृषि
प्रमुख सचिव कृषि रविन्द्र ने ‘संदेश वाहक’ को बताया कि उपरोक्त मामला संज्ञान में है। शिकायतकर्ता अगर अपनी शिकायत के संबंध में साक्ष्य उपलब्ध कराते हैं तो जांच की जायेगी।
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