UP News : महिला इंजीनियर को डिजिटली अरेस्ट करके 11 लाख ठगे, अफसर बन 8 घंटे वीडियो कॉल करते रहे
Sandesh Wahak Digital Desk : नोएडा की रहने वाली एक महिला इंजीनियर को साइबर अपराधियों ने करीब 8 घंटे तक डिजिटली अरेस्ट कर 11 लाख रुपए ठग लिए, जहां महिला ने साइबर क्राइम थाने में जाकर पूरा मामला बताया। वहीं पुलिस ने जांच के बाद पैसे वापस करने का आश्वासन दिया, मगर 16 दिन बाद भी पैसा वापस न मिलने पर महिला फिर थाने पहुंची। तब पुलिस ने इसे डिजिटल अरेस्टिंग का मामला माना और गुरुवार को केस दर्ज किया।
फिलहाल साइबर एक्सपर्ट की मदद से जांच की जा रही है, बता दें घटना सेक्टर-34 स्थित धवलगिरी सोसाइटी की है। यहां की रहने वाली इंजीनियर सीजा टीए ने पुलिस को बताया 13 नवंबर को मेरे पास फोन कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को टेलीफोन रेगुलेटरी ऑफ इंडिया (TRAI) का अफसर बताया।
उसने कहा कि मेरे आधार कार्ड का यूज करके सिम कार्ड खरीदा गया है। इसके साथ ही उसका इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग में करके 2 करोड़ रुपए निकाले गए। महिला ने बताया, ”मैंने किसी प्रकार की ठगी में शामिल हाेने से इनकार किया। मगर साइबर ठगों ने जांच का हवाला देकर आगे कॉल ट्रांसफर कर दी। इसके तुरंत बाद स्काइप (SKYPE) पर वीडियो कॉल करके एक तरफ मुंबई पुलिस, दूसरी तरफ क्राइम ब्रांच और कस्टम के अधिकारी बनकर बात करने लगे।
इस दौरान उन्होंने मुझे बताया कि जिनसे 2 करोड़ रुपए बरामद हुए थे, वहां से 20 लाख रुपए मुझे कमीशन दिया गया है। यह सुनकर मेरे होश उड़ गए। मैंने ऐसा किसी तरह का कमीशन मिलने से इनकार कर दिया। इसके बाद जब मैंने अपने घरवालों से बात करनी चाही, तो पुलिस की वर्दी में बैठे साइबर अपराधियों ने ऐसा करने से रोक दिया। फिर मुझसे कमीशन के 20 लाख रुपए वापस मांगे गए। जब मैंने मना किया, तो वो मुझसे सादे कागज पर साइन मांगने लगे। मैंने इससे पर इनकार कर दिया, तो वे लोग मुझे गिरफ्तार करने की धमकी देने लगे।
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