UP News : महाकुंभ से पहले प्रयागराज की ऐतिहासिक धरोहर का नए कलेवर में होगा दीदार, नगर निगम ने की तैयारी
UP News : ब्रिटिशकाल में सन 1865 के आसपास संगम नगरी में बने सबसे पुराने ‘ग्रेट नॉर्दर्न’ होटल और बाद में नगर निगम कार्यालय में तब्दील इस 150 वर्ष से अधिक पुराने भवन का 27 करोड़ रुपये की लागत से जीर्णोद्धार कराया जा रहा है। नगर निगम के अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
भारतीय राष्ट्रीय कला और सांस्कृतिक धरोहर ट्रस्ट (इनटैक) की प्रयागराज इकाई के संयुक्त सचिव वैभव मैनी के मुताबिक, अमेरिकी लेखक मार्क ट्वेन 1896 के आसपास जब इलाहाबाद आए थे तो इसी होटल में ठहरे थे। वर्ष 1930-40 के दौरान अंग्रेज सरकार ने इस भवन को प्रशासनिक भवन में तब्दील कर दिया था। प्रयागराज की इस प्राचीन धरोहर में इतिहास के कई रोचक पन्ने समाहित हैं और जीर्णोद्धार होने के बाद महाकुंभ में आने वाले पर्यटक इसका दीदार कर सकेंगे।
नगर निगम के इस भवन के जीर्णोद्धार की कहानी भी कम दिलचस्प नहीं है। दिसंबर 2020 में इस भवन के एक हिस्से में बने कमरे की छत गिर गई थी। अधिकारियों ने पूरे भवन को गिराकर नया भवन बनाने का विचार किया, लेकिन इस प्राचीन धरोहर के बारे में पता लगाने पर इसके गर्भ में रहे कई रोचक तथ्य उजागर हुए और फिर इसका जीर्णोद्धार कर इसे संरक्षित करने का निर्णय किया गया।
प्रयागराज नगर निगम के सिविल इंजीनियरिंग विभाग में सलाहकार सूरज वीएस ने बताया कि एएसआई और आईआईटी बांबे से इस भवन के बारे में परामर्श किया गया और 2020-21 में एएसआई की रिपोर्ट आई जिसमें इसे धरोहर बताते हुए इसका संरक्षण करने की सलाह दी गई। नगर आयुक्त चंद्र मोहन गर्ग ने कहा कि यह भवन प्रयागराज की धरोहर है जिसे संरक्षित रखने की पहल की गई है। जीर्णोद्धार के बाद यह भवन अपने नए रंग रूप में लोगों को आकर्षित करेगा।
प्रयागराज नगर निगम के मुख्य अभियंता सतीश कुमार ने बताया कि नगर निगम के भवन का पुनरुद्धार करने के लिए निविदा आमंत्रित की गई और मुंबई की सवानी हेरिटेज ने 27 करोड़ रुपये में पुनरुद्धार का काम हासिल किया।
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