UP: घोटालों पर गंभीर नहीं मंडी, प्रमुख सचिव सीएम ने दिए जांच के आदेश
Sandesh Wahak Digital Desk : राज्य कृषि उत्पादन मंडी परिषद के प्रयागराज निर्माण खंड में दो करोड़ रुपए के फर्जी भुगतान का मामला मंडी परिषद प्रशासन पर भारी पड़ सकता है। मंडी परिषद प्रशासन द्वारा मामले की जांच कराने में लापरवाही को देखते हुए सपा सरकार में पूर्व कैबिनेट मंत्री रहे रविदास मल्होत्रा ने प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री से शिकायत की है। प्रमुख सचिव ने मामले की जांच कराने का आश्वासन दिया है। पूर्व मंत्री ने मामले की जांच सतर्कता विभाग से कराने की मांग की थी।
पूर्व कैविनेट मंत्री ने की प्रमुख सचिव से शिकायत
गौरतलब हो कि प्रयागराज के निर्माणखंड में एक क्लर्क मंजीत सिंह द्वारा दो करोड़ रुपए रिश्तेदारों के फर्मों पर फर्जी भुगतान कराने का मामला प्रकाश में आया था। यह मामला मंडी परिषद के शीर्ष अधिकारियों को दबाए रखा गया। जब ‘संदेश वाहक’ ने इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया तो मंडी निदेशक ने तीन सदस्यीय जांच नियुक्त कर दी। तीन दिन में जांच कर आख्या देने का निर्देश दिया गया था। आठ अगस्त को जांच करने का निर्देश दिया गया था। 11 अगस्त को जांच आख्या निदेशक को सौंपी जानी थी। डेढ़ हफ्ते बीत गए अभी तक जांच आख्या का कुछ अता पता नहीं है।
सूत्रों के मुताबिक जांच को मैनेज करने का पूरा खेल चल रहा है। यह काम मंडी में बैठे उच्चाधिकारी ही कर रहे हैं। इस बीच समाजवादी पार्टी सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे रविदास मल्होत्रा ने प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री से प्रकरण को अवगत कराया और इस पूरे प्रकरण पर सतर्कता जांच की मांग भी की। उन्होंने बताया कि अगर कार्रवाई न हुई तो मुख्यमंत्री से मामले की शिकायत करेंगे।
मंडी परिषद क्लर्क द्वारा दो करोड़ रुपए रिश्तेदारों को भुगतान करने का मामला
आश्चर्य की बात यह है कि इतना बड़ा खुलासा होने के बाद भी मंडी निदेशक आखिर कार्रवाई से क्यों कतरा रहे हैं। मंडी कर्मियों में चर्चा है कि मंडी निदेशक को सबसे पहले घोटाले के जिम्मेदारों को निलंबित करना चाहिए था। लेकिन सभी आरोपी अब भी आजाद घूम रहे हैं। जांच को भी टहलाया जा रहा है। प्रकरण की पूरी जानकारी विभाग के मंत्री को भी है। लेकिन वह भी इस प्रकरण पर कोई कदम नहीं उठा रहे हैं।
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