UP: करप्शन के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, रिश्वत लेते दरोगा, बाबू और डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर गिरफ्तार

Sandesh Wahak Digital Desk: एंटी करप्शन और विजिलेंस लगातार घूसखोर सरकारी कर्मियों के खिलाफ कारवाई कर रहा है। इसके बाद भी विभागों में करप्शन थमने का नाम नहीं ले रहा है।

गुरुवार को मेरठ में एंटी करप्शन की टीम ने दरोगा आशुतोष कुमार को 20 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। वहीं, बांदा में एंटी करप्शन पुलिस टीम ने शिक्षा विभाग में एमडीएम योजना में डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर की पोस्ट पर तैनात भास्कर अश्वनी को शिक्षक से 10,000 की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। उधर, हाथरस में विजिलेंस टीम ने शिक्षक से 30 हजार रुपए रिश्वत लेते जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में तैनात बाबू देवेंद्र को दबोच लिया।

उपनिरीक्षक आशुतोष कुमार

मेरठ में 20 हजार लेते दरोगा को एंटी करप्शन ने पकड़ा

एंटी करप्शन अधिकारियों ने बताया कि मेरठ के सरुरपुर थाने की खिवाई चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक आशुतोष कुमार हैं। मारपीट के मुकदमे में एफआर लगाने पर रिश्वत मांगी थी। शिकायतकर्ता ने बताया कि गांव में कुछ लोगों से झगड़ा हुआ था। 11 जून को इसमें मुकदमा लिखा गया। दरोगा आशुतोष ने एफआर लगाने के लिए 20 हजार रुपए मांगे थे। रुपए देने से मना किया तो उन्होंने कहा था बिना पैसे दिए एफआर नहीं लगेगी। इसके बाद पीडि़त ने एंटी करप्शन टीम से शिकायत की थी। जिसके बाद दरोगा को पकडऩे के लिए ट्रैप किया गया। आरोपी दरोगा को गिरफ्तार कर रोहटा थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है।

भास्कर अश्वनी

बांदा में एंटी करप्शन ने 10 हजार लेते डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर को दबोचा

वहीं, बांदा जिले में एंटी करप्शन टीम ने 10 हजार की रिश्वत लेते मिड-डे मिल के डिस्ट्रिक्ट कॉर्डिनेटर भास्कर अश्वनी को रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया है। डीसी ने मिड डे मील संबंधी मिली एक नोटिस को समाप्त करने के एवज में रिटायर्ड प्रधानाध्यापक गंगासागर से रुपयों की मांग की थी। शिक्षक ने एंटी करप्शन की टीम से शिकायत की थी जिस पर टीम कॉर्डिनेटर पर नजर बनाए रखी थी। टीम ने आरोपी को ट्रैप करने की योजना बनायी। जैसे ही आरोपी भास्कर ने रुपए लिए, टीम ने उसे दबोच लिया।

देवेन्द्र

हाथरस में बीएसए आफिस का बाबू को 30 हजार लेते विजिलेंस ने रंगेहाथ पकड़ा

उधर, हाथरस के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में वरिष्ठ सहायक देवेन्द्र हैं। वह एक सहायक अध्यापक सिद्धार्थ कुमार से निलंबन काल की अवधि का वेतन, वेतन वृद्धि दिलाने और प्रतिकूल प्रविष्टि हटाने के एवज में 30 हजार रुपए की रिश्वत मांग रहे थे।

उन्होंने कहा 25 हजार रुपए तो बीएसए उपेंद्र गुप्ता के लिए हैं और 5 हजार रुपए वह खुद रखेगा। इसकी शिकायत सहायक अध्यापक सिद्धार्थ कुमार ने विजिलेंस आगरा से की थी। प्लानिंग के अनुसार बीएसए कार्यालय के पास सिद्धार्थ कुमार 30 हजार रुपए लेकर पहुंच गया। सिद्धार्थ ने जैसे ही देवेंद्र को रुपए दिए, वैसे ही विजिलेंस टीम ने देवेंद्र को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया और उसे अपने साथ आगरा ले गई।

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