UP: शिक्षकों के डिजिटल अटेंडेंस पर 2 महीने के लिए रोक, योगी सरकार ने गठित की कमेटी
Sandesh Wahak Digital Desk: यूपी में डिजिटल अटेंडेंस के खिलाफ जारी शिक्षकों का विरोध प्रदर्शन के बीच योगी सरकार ने अपना आदेश छह माह के लिए स्थगित कर दिया है। इसके साथ ही एक कमेटी भी गठित की गई है। जो 2 माह में अपनी रिपोर्ट सरकार को पेश करेगी। इसके बाद सरकार फैसला लेगी।
बता दें कि मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने आज (मंगलवार 16 जुलाई) शिक्षक संगठनों के साथ बैठक की। इसमें प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा शानमुगम, डीजी स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा भी मौजूद रहीं। बैठक के बाद मुख्य सचिव ने डिजिटल अटेंडेंस को स्थागित करने का आदेश दिया।
शिक्षक विरोध दे रहे थे इन बातों का तर्क
- टीचरों को टैबलेट चलाने की ट्रेनिंग नहीं दी गई है।
- गांवों में अक्सर नेटवर्क की समस्या रहती है। इससे अटेंडेंस लगाने में परेशानी आएगी।
- टैबलेट अगर खराब हो गया तो उन्हें अनुपस्थित माना जाएगा।
- कई शिक्षक दूर से स्कूलों में पढ़ाने के लिए आते हैं। वे ट्रैफिक जाम में फंस जाएंगे तो क्या होगा?
- शिक्षकों पर टैबलेट में हाजिरी लगवाने का दबाव के चलते जल्दबाजी में स्कूल पहुंचने में हादसे का भी डर रहेगा।
क्या है बायोमेट्रिक अटेंडेंस?
बायोमेट्रिक्स जैविक माप (बायोलॉजिकल मेजरमेंट) है। इससे किसी भी व्यक्ति की पहचान की जा सकती है। इसके लिए फिंगर प्रिंट, फेस रिकग्निशन, रेटिना स्कैन किया जाता है। शिक्षकों के मामले में फेस रिकग्निशन के जरिए हाजिरी लगाने का प्रावधान है।
Also Read:Supreme Court: मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका पर CBI-ED को नोटिस, 29 जुलाई को अगली…