UP: नजूल जमीन विधेयक का अनुप्रिया पटेल ने किया विरोध, बोलीं- ये जनता की भावना के खिलाफ

Sandesh Wahak Digital Desk : यूपी सरकार का नजूल जमीन विधेयक विधान परिषद में फंस गया है. विपक्ष के साथ-साथ बीजेपी के भी कई विधायक इस विधेयक का विरोध कर रहे हैं. बीजेपी की सहयोगी अपना दल (एस) की अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने भी विरोध किया है.

उन्होंने कहा है कि ये एक गैर जरूरी और आम जनता की भावनाओं के खिलाफ विधेयक है. उन्होंने मांग की है कि इसे राज्य सरकार को वापस ले लेना चाहिए. उन्होंने इस मामले में अधिकारियों पर सरकार को गुमराह करने का भी आरोप लगाया है. उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.

अनुप्रिया पटेल ने कहा कि नजूल भूमि संबंधी विधेयक (लोक प्रयोजनार्थ प्रबंध और उपयोग) विधेयक, 2024 को विमर्श के लिए विधान परिषद की प्रवर समिति को आज भेज दिया गया है.

क्या है नजूल जमीन विधेयक

नजूल की जमीन का मतलब ऐसे जमीनों से होता है जिसका कई सालों से कोई भी वारिस नहीं मिला. ऐसे में इन जमीनों पर राज्य सरकार का अधिकार हो जाता है. दरअसल, अंग्रेजी राज के समय उनके खिलाफ बगावत करने वालों रियासतों से लेकर लोगों तक की जमीनों पर ब्रिटिश राज कब्जा कर लेती थी.

आजादी के बाद इन जमीनों पर जिन्होंने रिकॉर्ड के साथ दावा किया सरकार ने उनके जमीनों को वापस कर दिया. वहीं जिन जमीनों पर किसी ने दावा नहीं किया वहीं नजूल की जमीन बन गई, जिसका अधिकार राज्य सरकारों के पास था. यूपी सरकार का तर्क है कि वे नजूल जमीनों का इस्तेमाल अब विकास कार्यों के लिए करेंगे.

 

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