Union Budget 2025: ‘Poor Lady…’, राष्ट्रपति को लेकर सोनिया गांधी की टिप्पणी पर मचा सियासी बवाल

Union Budget 2025: संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी की प्रतिक्रिया सामने आई है.
सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद कहा, “वो Poor Lady हैं और अभिभाषण के बाद थक गई थीं.”
वहीं, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने राष्ट्रपति मुर्मू के अभिभाषण को बोरिंग बताया. अब इसे लेकर राजनीति गरमा गई है. बीजेपी ने कहा कि सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति का अपमान किया है.
दरअसल, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सोनिया गांधी के बयान का जिक्र करते हुए कांग्रेस को आदिवासी विरोधी बताया. एक्स पर पोस्ट कर उन्होंने कहा, “हम बीजेपी कार्यकर्ताओं की ओर से भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के लिए Poor शब्द के इस्तेमाल की निंदा करते हैं.
कांग्रेस जानबूझकर ऐसा करती है, जो उसकी गरीब-विरोधी और आदिवासी विरोधी सोच को दर्शाता है. कांग्रेस पार्टी राष्ट्रपति और भारत के आदिवासी समुदायों से बिना शर्त माफी मांगे.”
‘सोनिया गांधी ने किया आदिवासी महिला का अपमान’
सोनिया गांधी और राहुल गांधी के बयान पर बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, “सोनिया गांधी का बयान सर्वोच्च पद पर बैठी एक आदिवासी महिला का अपमान है.
राष्ट्रपति का अभिभाषण बीते साल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से किए गए कार्यों का लेखा-जोखा था. पिछले बजट और सरकार की कार्ययोजनाओं से समाज के हर वर्ग को लाभ मिला है. यह एक ऐसा लेखा-जोखा था, जो बहुत ही शानदार था.”
वित्त मंत्री ने लोकसभा में आर्थिक सर्वेक्षण किया पेश
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार (31 जनवरी 2025) को संसद के बजट सत्र के पहले दिन लोकसभा में आर्थिक सर्वेक्षण 2024-25 पेश किया. इसके बाद लोकसभा की कार्यवाही 1 फरवरी 2025 को सुबह 11 बजे तक स्थगित की गई.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज (शुक्रवार) सरकार की उपलब्धियों का उल्लेख किया और कहा कि एक राष्ट्र, एक चुनाव और वक्फ (संशोधन) विधेयक जैसे कानूनों पर तेज गति से कदम आगे बढ़ाया है.
राष्ट्रपति ने संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि भारत की विकास यात्रा के इस अमृतकाल को सरकार अभूतपूर्व उपलब्धियों के माध्यम से नई ऊर्जा दे रही है. उन्होंने कहा कि सरकार के प्रयासों के कारण देश के 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर निकले हैं.