UN: रूस के खिलाफ UN प्रस्ताव पर भारत ने फिर निभाई दोस्ती, मतदान से बनाई दूरी
UN: भारत ने एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र महासभा में रूस के खिलाफ एक मसौदा प्रस्ताव पर मतदान से दूरी बनाकर अपनी दोस्ती निभाई है। यह प्रस्ताव यूक्रेन के खिलाफ रूस की आक्रामकता को रोकने और जापोरिझ्झिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र से रूसी सैनिकों को वापस बुलाने की मांग करता था। महासभा में 99 देशों ने इस प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया, जबकि 9 देशों ने विरोध किया और भारत सहित 60 देश मतदान से दूर रहे।
इस मसौदा प्रस्ताव में रूस से यूक्रेन के सभी सैन्य बलों को बिना शर्त अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सीमाओं के भीतर वापस बुलाने की मांग की गई थी। इसके अलावा, रूस से जापोरिझ्झिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र से अपने सैनिकों को तत्काल वापस बुलाने और संयंत्र की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए इसका नियंत्रण यूक्रेन के सक्षम प्राधिकारियों को सौंपने की अपील की गई थी। यह प्रस्ताव यूक्रेन ने प्रस्तुत किया था और फ्रांस, जर्मनी, अमेरिका सहित 50 से अधिक देशों ने इसे प्रायोजित किया था।
प्रस्ताव पर रूस के प्रथम उप स्थायी प्रतिनिधि दमित्री पोलंस्की ने इसे राजनीति से प्रेरित बताया। उन्होंने कहा कि यह मसौदा यूक्रेन में संघर्ष को बढ़ावा देने वाली नीति का समर्थन करता है, जो शांतिपूर्ण समाधान के प्रयासों के लिए हानिकारक हो सकता है। पोलंस्की ने महासभा में इस प्रस्ताव को हकीकत से परे और असहमति से भरा हुआ बताया।