यूजीसी अध्यक्ष ने दी छात्रों को सलाह, नकारात्मक अंकन से बचने को अपनाएं ये उपाय
Sandesh Wahak Digital Desk : साझा विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (सीयूईटी) के दूसरे संस्करण की परीक्षा रविवार से शुरू हो गई। जिसमें 14 लाख से अधिक अभ्यर्थियों के स्नातक प्रवेश के लिए महत्वपूर्ण परीक्षा देने की संभावना है।
पिछले साल के विपरीत इस बार परीक्षा तीन पालियों में कराई जा रही है। पहले सीयूईटी परीक्षा केवल 21 से 31 मई के बीच आयोजित होनी थी, लेकिन बाद में राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने कुछ शहरों में अभ्यर्थियों की संख्या अधिक होने के कारण इसके दिनों को कम से कम चार दिन और बढ़ा दिया।
एनटीए के अनुसार, सीयूईटी परीक्षाएं अब एक और दो जून तथा पांच और छह जून को भी होंगी। सात और आठ जून को दो ‘रिज़र्व’ (आरक्षित) दिन रखे गए हैं।
यूजीसी अध्यक्ष ने छात्रों को सलाह
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के अध्यक्ष एम जगदीश कुमार ने छात्रों को सलाह दी कि वे प्रश्नों के उत्तर केवल तभी दें, जब वे सही उत्तर के बारे में आश्वस्त हों।
उन्होंने कहा, प्रश्नों को ध्यान से पढ़ें। उत्तर केवल तभी दें, जब आप आश्वस्त हों, क्योंकि नकारात्मक अंकन होगा। धैर्य बनाए रखें और परिणाम की चिंता किए बिना कोशिश करते रहें। यहां तक कि अगर आप अच्छी तरह से परीक्षा नहीं दे पाएं, तो याद रखें कि हर दिन एक नयी सुबह होती है और अच्छा प्रदर्शन करने का एक और मौका मिलेगा।
इस वर्ष सीयूईटी-यूजी के लिए 14 लाख से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं, जो पिछले वर्ष के पहले संस्करण से 41 प्रतिशत अधिक हैं। आवेदकों की संख्या के मामले में सीयूईटी-यूजी देश की दूसरी सबसे बड़ी प्रवेश परीक्षा है। 2022 में सीयूईटी-यूजी के पहले संस्करण में 12.50 लाख छात्रों ने अपना पंजीकरण कराया था और 9.9 लाख ने आवेदन जमा किए थे।
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