अमेरिका में ट्रंप का बड़ा वादा: महिलाओं के लिए मुफ्त IVF ट्रीटमेंट की घोषणा, प्रजनन अधिकारों पर बढ़ा विवाद

वॉशिंगटन: आगामी राष्ट्रपति चुनाव के पहले पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने महिलाओं के लिए बड़ा ऐलान किया है। ट्रंप ने वादा किया है कि यदि वह दोबारा राष्ट्रपति चुने जाते हैं, तो महिलाओं को इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF) पद्धति से गर्भधारण की प्रक्रिया मुफ्त में उपलब्ध कराई जाएगी। यह घोषणा मिशिगन में एक कार्यक्रम के दौरान की गई, जहां ट्रंप ने कहा, “हम अधिक बच्चे चाहते हैं, और मेरी सरकार या आपकी बीमा कंपनी IVF के सभी खर्चों को कवर करेगी।” हालांकि, ट्रंप ने यह नहीं बताया कि इस योजना को कैसे लागू किया जाएगा और इसका वित्तीय स्रोत क्या होगा।

IVF पद्धति, जो कि आमतौर पर महंगी मानी जाती है, के तहत निषेचन की प्रक्रिया प्रयोगशाला में की जाती है और भ्रूण को महिला के गर्भाशय में प्रतिरोपित किया जाता है। इस प्रक्रिया की सफलता की कोई गारंटी नहीं होती, और कई बार इसे कई बार आजमाना पड़ता है।

प्रजनन अधिकारों पर ट्रंप की नई रणनीति

यह घोषणा ऐसे समय में आई है जब ट्रंप को गर्भपात के संवैधानिक अधिकार को समाप्त करने वाले फैसले पर आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। ट्रंप ने इससे पहले न्यायाधीशों की नियुक्ति की थी, जिनके फैसले ने गर्भपात के अधिकारों को खत्म कर दिया। अब ट्रंप खुद को “महिलाओं के प्रजनन अधिकारों के समर्थक” के रूप में पेश कर रहे हैं।

इसके साथ ही ट्रंप ने फ्लोरिडा में गर्भपात के लिए निर्धारित छह सप्ताह की सीमा का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि यह अवधि बहुत कम है और इसे बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने फ्लोरिडा के गवर्नर रॉन डिसैंटिस के इस कानून पर हस्ताक्षर को “भयानक गलती” बताया था।

राजनीतिक मंच पर नया विवाद

ट्रंप की यह घोषणा अमेरिकी चुनावी राजनीति में नया मोड़ ला सकती है। जहां एक ओर उनके विरोधी इस कदम को चुनावी वादा मान रहे हैं, वहीं ट्रंप इसे प्रजनन अधिकारों के समर्थन में एक मजबूत कदम बता रहे हैं। अब देखना होगा कि यह घोषणा चुनावी माहौल में किस तरह का प्रभाव डालती है।

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