रूस-यूक्रेन युद्ध समाप्ति के लिए ट्रंप और पुतिन ने उठाया बड़ा कदम, करेंगे शांति वार्ता

Sandesh Wahak Digital Desk: रूस और यूक्रेन के बीच तीन वर्षों से जारी संघर्ष को समाप्त करने के प्रयास में, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच मंगलवार को एक महत्वपूर्ण वार्ता निर्धारित है। इस वार्ता का उद्देश्य युद्धविराम स्थापित कर स्थायी शांति की दिशा में अग्रसर होना है।
फरवरी 2022 में रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण के बाद से, दोनों देशों के बीच संघर्ष ने वैश्विक स्थिरता को प्रभावित किया है। इस युद्ध में दोनों पक्षों को भारी जनहानि और आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है। पिछले महीने, राष्ट्रपति ट्रंप और पुतिन के बीच फोन पर हुई बातचीत में युद्धविराम और शांति वार्ता की संभावनाओं पर चर्चा हुई थी।
वर्तमान पहल
राष्ट्रपति ट्रंप ने रविवार को एयर फ़ोर्स वन से वाशिंगटन लौटते समय पत्रकारों को संबोधित करते हुए बताया कि उन्होंने पुतिन के साथ मंगलवार को बातचीत करने की योजना बनाई है। उन्होंने कहा, “हम देखना चाहते हैं कि क्या हम इस युद्ध को समाप्त कर सकते हैं।” ट्रंप ने यह भी उल्लेख किया कि सप्ताहांत में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है, जिससे मंगलवार को एक महत्वपूर्ण घोषणा की उम्मीद है।
आगामी वार्ता में मुख्य रूप से निम्नलिखित मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है:
– क्षेत्रीय विवाद: डोनबास क्षेत्र के दोनेत्स्क और लुहान्स्क क्षेत्रों पर नियंत्रण को लेकर दोनों देशों के बीच मतभेद हैं। रूस इन क्षेत्रों पर अपना अधिकार मानता है, जबकि यूक्रेन और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय इसे अवैध कब्जा मानते हैं।
– परमाणु ऊर्जा संयंत्र: ज़ापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर नियंत्रण को लेकर भी विवाद है, जो यूरोप का सबसे बड़ा परमाणु संयंत्र है। इसकी सुरक्षा और संचालन पर दोनों देशों के बीच सहमति आवश्यक है।
विशेष दूत की भूमिका
अमेरिकी विशेष दूत स्टीव विटकॉफ ने हाल ही में मॉस्को में पुतिन से मुलाकात की थी, जिसमें युद्धविराम और शांति वार्ता पर चर्चा हुई थी। विटकॉफ ने बताया कि पुतिन राष्ट्रपति ट्रंप की शांति स्थापना की दृष्टि से सहमत हैं और 30-दिवसीय युद्धविराम प्रस्ताव पर विचार कर रहे हैं।
अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया
यूरोपीय संघ के विदेश मंत्रियों ने भी इस पहल का स्वागत किया है और यूक्रेन को समर्थन जारी रखने की प्रतिबद्धता जताई है। हालांकि, यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने रूस की मंशा पर संदेह व्यक्त किया है, विशेष रूप से हाल के ड्रोन हमलों के बाद।
आशावादी दृष्टिकोण
बता दे, यदि यह वार्ता सफल होती है, तो यह न केवल रूस और यूक्रेन के लिए, बल्कि वैश्विक शांति और स्थिरता के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम होगा। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय इस पहल की सफलता के लिए प्रार्थना कर रहा है, ताकि लाखों लोगों की जान बचाई जा सके और क्षेत्र में स्थायी शांति स्थापित हो सके।
अब मंगलवार यानी 18 मार्च को होने वाली यह वार्ता विश्व राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है, जिससे न केवल युद्धग्रस्त क्षेत्र में शांति स्थापित होगी, बल्कि वैश्विक स्थिरता को भी मजबूती मिलेगी।
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