Tributes To Dr Manmohan Singh: दुनिया भर से श्रद्धांजलि, भारत-अमेरिका असैन्य परमाणु समझौते में रहा ऐतिहासिक योगदान
Tributes to Dr Manmohan Singh: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का भारत-अमेरिका असैन्य परमाणु समझौते में योगदान ऐतिहासिक माना जाता है। उनके नेतृत्व में भारत ने न केवल अमेरिका के साथ कूटनीतिक संबंधों को मजबूत किया, बल्कि वैश्विक स्तर पर अपनी साख भी बढ़ाई। अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री कोंडोलीजा राइस ने डॉ. सिंह की सराहना करते हुए उन्हें एक “महान नेता” बताया।
कोंडोलीजा राइस ने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह ने 2008 में ऐतिहासिक असैन्य परमाणु समझौते के माध्यम से अमेरिका-भारत संबंधों को एक नए स्तर पर पहुंचाया। उन्होंने अपने राजनीतिक भविष्य को जोखिम में डालते हुए इस समझौते के लिए आवश्यक समर्थन जुटाया, जिससे दोनों देशों के रिश्तों की दिशा बदली और इसके दूरगामी प्रभाव हुए।
डॉ. सिंह और अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति जॉर्ज बुश के प्रयासों ने दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने की नींव रखी। राइस ने सिंह के साहसिक निर्णयों की सराहना करते हुए कहा कि यह समझौता भू-राजनीतिक दृष्टिकोण से ऐतिहासिक था।
डॉ. सिंह को आर्थिक सुधारों के लिए भी किया जाएगा याद
1991 के आर्थिक सुधारों के लिए डॉ. मनमोहन सिंह को हमेशा याद किया जाएगा। उस समय वित्त मंत्री के रूप में, उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था को “बंधनमुक्त” किया और करोड़ों भारतीयों के जीवन में सुधार लाया। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की उप प्रबंध निदेशक गीता गोपीनाथ ने डॉ. सिंह के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि उनके सुधारों ने कई युवा अर्थशास्त्रियों को प्रेरित किया।
दुनिया भर से श्रद्धांजलि
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भी डॉ. सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि डॉ. सिंह ने भारत की अर्थव्यवस्था को बदलते हुए लाखों लोगों को गरीबी से बाहर निकाला और अंतरराष्ट्रीय संबंधों को मजबूत किया।
बता दे, डॉ. मनमोहन सिंह का गुरुवार रात नई दिल्ली स्थित एम्स में निधन हो गया। आज उनका अंतिम संस्कार निगमबोध घाट पर किया जा रहा है। उनके निधन से न केवल भारत, बल्कि पूरी दुनिया ने एक महान नेता खो दिया है।