संसद पर हमले की आज 22 वीं बरसी: पीएम मोदी और राष्ट्रपति ने शहीदों को दी श्रद्धांजलि
Sandesh Wahak Digital Desk : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संसद हमले के शहीदों को बुधवार को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि उनका साहस और बलिदान देश की स्मृति में हमेशा अंकित रहेगा।
मोदी ने ‘एक्स’ पर लिखा हम 2001 में संसद हमले में शहीद हुए बहादुर सुरक्षाकर्मियों को याद करते हैं और उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि देते हैं। खतरे का सामना करते हुए उनका साहस और बलिदान हमेशा हमारे देश की स्मृति में अंकित रहेगा।
Today, we remember and pay heartfelt tributes to the brave security personnel martyred in the Parliament attack in 2001. Their courage and sacrifice in the face of danger will forever be etched in our nation's memory. pic.twitter.com/RjoTdJVuaN
— Narendra Modi (@narendramodi) December 13, 2023
प्रधानमंत्री ने संसद हमले की वर्षगांठ पर संसद भवन में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में हिस्सा भी लिया। उन्होंने इस कार्यक्रम से जुड़ी तस्वीरें भी साझा कीं।
गौरतलब है कि 13 दिसंबर 2001 को लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों ने संसद पर हमला किया था। इस हमले में आतंकवादियों का मुकाबला करते हुए दिल्ली पुलिस के पांच जवान, केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल की एक महिला कर्मी और संसद के दो कर्मी शहीद हुए थे। एक कर्मचारी और एक कैमरामैन की भी हमले में मौत हो गई थी।
On this day, 22 years ago, the nefarious plan of terrorists to eliminate the top line of political leadership of the country and damage our Temple of Democracy was foiled by the brave security personnel, including the nine who laid down their lives for the motherland. The nation…
— President of India (@rashtrapatibhvn) December 13, 2023
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा बहादुर सुरक्षाकर्मियों ने 22 साल पहले आज ही के दिन देश के शीर्ष राजनीतिक नेतृत्व को खत्म करने और हमारे लोकतंत्र के मंदिर को नुकसान पहुंचाने की आतंकवादियों की नापाक साजिश को नाकाम कर दिया था। इन बहादुर जवानों में मातृभूमि के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले नौ लोग भी शामिल थे।
उन्होंने कहा कि राष्ट्र सदैव उनका ऋणी रहेगा।
राष्ट्रपति ने कहा कि उनके बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने दिया जाएगा क्योंकि हम हर जगह मानव जाति के लिए खतरा बन चुके आतंकवाद के सभी रूपों को खत्म करने की अपनी प्रतिज्ञा आज दोहराते हैं।