तिहाड़ ने भी माना जेल में कम हुआ केजरीवाल का वजन, एम्स चिकित्सा बोर्ड कर रहा निगरानी
Sandesh Wahak Digital Desk: तिहाड़ जेल सूत्रों ने सोमवार को कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का वजन केवल दो किलोग्राम कम हुआ है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) का एक चिकित्सा बोर्ड उनकी नियमित निगरानी कर रहा है।
आम आदमी पार्टी (आप) ने एक दिन पहले दावा किया था कि जेल में केजरीवाल का वजन 8.5 किलोग्राम कम हो गया है जिसके बाद तिहाड़ की तरफ से यह बयान सामने आया है। सूत्रों ने बताया कि जेल प्रशासन ने आप के मंत्रियों और नेताओं द्वारा लगाए गए आरोपों के संबंध में दिल्ली सरकार के गृह विभाग को पत्र लिखकर कहा है कि इस तरह की मनगढ़ंत बातें जनता को भ्रमित और गुमराह करती हैं।
आप के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने कहा कि तिहाड़ अधिकारियों ने स्वीकार तो किया कि केजरीवाल का वजन कम हो गया है। आप ने रविवार को आरोप लगाया था BJP केजरीवाल को जेल में रखने की साजिश रच रही है और उनके स्वास्थ्य को गंभीर खतरा है। शुगर की बीमारी के उपचार के लिए उन्हें आवश्यक चिकित्सा सुविधा नहीं मिल रही है।
शुगर लेवल 50 से नीचे कई बार आया
दिल्ली की कैबिनेट मंत्री आतिशी ने केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद से अकारण उनका 8.5 किलोग्राम वजन घटने पर चिंता जताई थी और दावा किया था कि जेल में उनका शुगर लेवल पांच से अधिक बार 50 से नीचे आ गया था। तिहाड़ के सूत्रों द्वारा साझा की गई केजरीवाल की स्वास्थ्य रिपोर्ट के अनुसार एक अप्रैल को जब वह पहली बार जेल आए थे तब उनका वजन 65 किलोग्राम था और आठ से 29 अप्रैल के बीच उनका वजन 66 किलोग्राम था।
इसके अलावा, 21 दिन की जमानत के बाद दो जून को जब वह वापस जेल आए तो उनका वजन 63.5 किलोग्राम था। एक आधिकारिक सूत्र ने कहा 14 जुलाई को उनका वजन 61.5 किलोग्राम था। इसलिए, प्रभावी रूप से उनका वजन 2 किलोग्राम कम हुआ। सूत्रों के अनुसार, केजरीवाल को घर का बना खाना दिया जा रहा है लेकिन वे तीन जून से नियमित रूप से कुछ खाना वापस कर रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि एम्स का एक चिकित्सा बोर्ड लगातार मुख्यमंत्री की निगरानी कर रहा है और उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल बोर्ड के साथ नियमित संपर्क में हैं।
जेल प्रशासन ने आप के आरोपों को किया खारिज
उन्होंने बताया कि जेल प्रशासन ने दिल्ली सरकार के गृह विभाग को पत्र लिखकर केजरीवाल के स्वास्थ्य के संबंध में आप के आरोपों को खारिज कर दिया है। जेल प्रशासन ने अपने पत्र में कहा कि इस तरह की बातें जनता को भ्रमित और गुमराह करती हैं। इसमें कहा गया है आरोपी के रक्तचाप और शर्करा के स्तर तथा वजन की नियमित रूप से निगरानी की जा रही है और उन्हें उनकी सभी बीमारियों के लिए पर्याप्त उपचार प्रदान किया जा रहा है तथा उन्हें नियमित रूप से दिन में तीन बार घर का बना खाना दिया जा रहा है। निहित स्वार्थी समूहों द्वारा मीडिया में की जा रही बदनामी को देखते हुए ये तथ्य रिकॉर्ड में लाए गए हैं।
एक बयान में ‘आप’ सांसद संजय सिंह ने कहा कि तिहाड़ जेल अधिकारियों ने स्वीकार तो किया कि केजरीवाल का शर्करा स्तर कई बार गिरा है और उनका वजन भी कम हुआ है। उन्होंने दावा किया कि अगर सोते समय उनका शर्करा स्तर गिरता है तो आप प्रमुख कोमा में जा सकते हैं या उन्हें ‘ब्रेन स्ट्रोक’ हो सकता है।
केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 21 मार्च को दिल्ली सरकार की आबकारी नीति (अब रद्द हो चुकी) 2021-22 में कथित अनियमितताओं से जुड़े धन शोधन मामले में गिरफ्तार किया था। इसके बाद कथित घोटाले से जुड़े भ्रष्टाचार के एक मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 26 जून को उन्हें तिहाड़ जेल से गिरफ्तार किया था। केजरीवाल को शुक्रवार को उच्चतम न्यायालय ने धन शोधन मामले में अंतरिम जमानत दे दी थी, लेकिन सीबीआई के मामले में वह अभी भी जेल में हैं।
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