ऐसे हो जाता है मलेरिया का बुखार, इन लक्षणों पर दें ध्यान
Sandesh Wahak Digital Desk: देशभर में डेंगू के बढ़ते मामलों के बीच मलेरिया के केस में भी इजाफा होने लगा है। वहीं मलेरिया का बुखार मच्छर के काटने से होता है, जहाँ मलेरिया को फैलाने के लिए कई परजीवी जिम्मेदार होते हैं। इनमें सबसे खतरनाक प्लाजमोडियम फैल्सीरेपम होता है, दूसरी ओर यह इतना खतरनाक होता है कि इससे मौत भी हो जाती है।
वहीं अगर आपको हल्का बुखार के साथ ठंड लग रही है, सिर में तेज दर्द है तो ये मलेरिया के इस खतरनाक रूप के ही लक्षण होते हैं। जहाँ इन लक्षणों के दिखने पर तुरंत अस्पताल जाना चाहिए, इस मामले में लापरवाही घातक हो सकती है। दूसरी ओर चिंता की बात यह है कि मलेरिया से संक्रमित व्यक्ति पर एक साथ दो परजीवी का भी संक्रमण हो सकता है, मलेरिया का बुखार एनोफिलीज के मच्छर के काटने के कारण होता है।
जब यह मच्छर किसी व्यक्ति को काटता है तो उसे शरीर में प्लाज्मोडियम जीवाणु चला जाता है, वहीं धीरे-धीरे यह शरीर में बढ़ने लगता है। जहाँ दो से तीन दिन बाद बुखार आने लगता है और यह जीवाणु शरीर के अलग-अलग हिस्सों पर असर दिखाना शुरू कर देता है, वहीं अगर समय पर मलेरिया के लक्षणों की पहचान न हो तो इससे मरीज की मौत तक हो सकती है।
बता दें मलेरिया होने पर शुरू में बुखार ही आता है, पसीना आने लगता है और हल्की सी ठंड भी लगती है। यह इसके शुरुआती लक्षण होते हैं, अगर यह परेशानी हो रही है तो तुंरत मलेरिया की जांच करा लें। अगर इस बुखार की पुष्टि होती है तो तुरंत इलाज करा लें।
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