UP: बिल्डरों से खूब निभ रही IAS अफसरों की ‘दोस्ती’, रिटायर पर कार्रवाई और सेवारत अभी भी सेफ
Sandesh Wahak Digital Desk: यूपी में वर्षों से आईएएस अफसरों और बिल्डरों के बीच खूब दोस्ती निभ रही है। एजेंसियों की छापेमारियों में इन आईएएस की बेहिसाब काली कमाई खपाने का खुलासा भी होता है। इसके बावजूद कार्रवाई आगे नहीं बढ़ती। हालांकि रिटायर अफसरों पर जरूर छापेमारी हो रही है।
लखनऊ में एमआई बिल्डर्स के ठिकानों पर छापेमारी के बाद नोएडा के पूर्व अध्यक्ष राकेश बहादुर का अरबों का बेनामी साम्राज्य सामने आया है। बसपा और सपा शासन के करीबी कई आईएएस इस बिल्डर के करीबी हैं। जिनकी काली कमाई का निवेश एजेंसियां तलाश रही हैं।
बिल्डरों के प्रोजेक्टों में काली कमाई खपाने का खुलासा
चंद दिनों पहले नोएडा अथॉरिटी के सीईओ रहे मोहिंदर सिंह द्वारा भी बिल्डरों के प्रोजेक्टों में काली कमाई खपाने और सौ करोड़ की सम्पत्तियों का खुलासा हुआ था। ऐसे कई मामलों की जांच का जिम्मा आयकर विभाग और ईडी के पास है। बीते दो वर्षों में बिल्डरों और धनकुबेर आईएएस के कनेक्शन पकड़े भी गये हैं। इसके बावजूद सेवारत आईएएस की जगह सिर्फ रिटायर अफसरों के ठिकानों को खंगाला जा रहा है।
पिछले वर्ष फरवरी में आयकर विभाग ने लखनऊ के सफायर ग्रुप के बिल्डर कमाल खान की संपत्तियों की पड़ताल शुरू की थी। मकसद खनन घोटाले की आरोपी आईएएस बी चन्द्रकला के बेनामी साम्राज्य का पता लगाना था। जांच आज तक फाइलों में दबी है। अमरावती समेत कई बिल्डरों पर आयकर छापों में तीन बड़े आईएएस का कनेक्शन सामने आया। आगे कार्रवाई थम गई। जिनका करोड़ों का फ़्लैट मिला था, वह आईएएस भी रिटायर हो गए।
रमारमण को सता रहा गिरफ्तारी का डर
हैसिंडा घोटाले में नोएडा अथॉरिटी के पूर्व सीईओ रमा रमण ईडी की जांच में फंस रहे हैं। गिरफ्तारी का खतरा देख रमा रमण ने ईडी की विशेष अदालत में अंतरिम जमानत की अर्जी दाखिल की है। नोएडा में इनके ऊपर कई घोटालों के आरोप हैं। गहराई से जांच में तमाम बिल्डरों-भ्रष्ट अफसरों संग कनेक्शन निकलना तय है।
आपरेशन बाबू साहेब में बेनकाब हुए आईएएस पर मेहरबानी
आयकर विभाग के आपरेशन बाबू साहेब के तहत यूपी में हुई छापेमारियों में कई आईएएस का कच्चा चिटठा सामने आया था। शालीमार गैलेन्ट में बड़े आईएएस अफसरों का भारी निवेश बेनकाब हुआ। दिल्ली से आयकर मुख्यालय की चुप्पी के बाद आगे की कार्रवाई ने शुरू होने से पहले ही दम तोड़ दिया।
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