एसपी साहब! मोतीगंज पुलिस से नहीं है इंसाफ की उम्मीद, पीड़ित पक्ष ने लगाई SP से गुहार
Sandesh Wahak Digital Desk: गोंडा जिले के मोतीगंज थाना क्षेत्र के पचपेड़वा चौरी हरसोपट्टी गांव हुई मॉबलिंचिंग की घटना में पुलिस ने भले ही चार नामजद समेत 16 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया, लेकिन पीड़ित परिवार को पुलिस से इंसाफ की उम्मीद नहीं है। बृहस्पतिवार को दबंगों की बर्बरता का शिकार हुए युवक के साथ तमाम लोगों ने पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल से मिलकर न्याय की गुहार लगाई।
दबंगों की बर्बरता का शिकार हुए मंदबुद्धि युवक व उसके परिजनों संग एसपी से मिले लोग
बताते चलें कि कोतवाली देहात क्षेत्र के खोरहंसा निवासी शुभान अली ने 17 सितंबर को प्रभारी निरीक्षक मोतीगंज को तहरीर दी। जिसमें कहा कि उसके भाई तबारक अली का दिमागी संतुलन ठीक नहीं है। वह मंगलवार की सुबह घर से भाग गया और मोतीगंज थाना क्षेत्र के पचपेड़वा चौरी हरसोपट्टी गांव पहुंच गया। वहां पर मौजूद लोग उसे लात-घूसों और लाठी-डंडों से बेरहमी से मारने-पीटने लगे। इस बर्बरता का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया गया।
मोतीगंज पुलिस ने पचपेड़वा चौरी हरसोपट्टी गांव निवासी विपिन, लवकुश, निर्मल व मनोज तथा करीब 12 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 191(2), 115(2) व 352 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया और दो आरोपियों को सीआरपीसी की धारा 151 के तहत गिरफ्तार कर एसडीएम के न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें जमानत मिल गई।
पीड़ित पक्ष ने लगाई इंसाफ की गुहार, एसपी ने दिया भरोसा
मोतीगंज पुलिस की इस कार्रवाई से असंतुष्ट पीड़ित युवक को लेकर उसके परिजन व मुगलजोत गांव के जफीर खां, अजमल खां, शाहिद खान, तारिक खान, सुनेद खां, वसीम खां, मोहसिन खां, आकिब खान, सद्दाम खान समेत तमाम लोगों ने एसपी विनीत जायसवाल से मिलकर इंसाफ की गुहार लगाई है। एसपी ने उन्हें बताया कि इस मामले में कार्रवाई की जा रही है।
इस पर लोगों ने कहा कि मोतीगंज पुलिस से उन्हें इंसाफ की उम्मीद नहीं है क्योंकि इस गंभीर घटना के दो आरोपियों का मामूली धारा में चालान किया गया। जिन्हें एसडीएम के यहां से तुरंत जमानत भी मिल गई। पीड़ित पक्ष का कहना है कि जिस बर्बरता पूर्वक युवक की पिटाई की गई, उसकी गवाही सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो ही दे रहा है, लेकिन इसके बावजूद मोतीगंज पुलिस आरोपियों का मामूली धारा में चालान कर रही है। इस मामले में पुलिस अधीक्षक ने पीड़ित पक्ष को इंसाफ का भरोसा दिलाया है।
किसने बदलवा दी तहरीर?
दबंगई का शिकार हुए युवक तबारक अली के भाई सुभान अली ने 17 सितंबर को मोतीगंज पुलिस को जो तहरीर दी थी, उसमें राहुल, सूरज, नाथूराम, विपिन, लवकुश, प्रशांत, बहादुर, ओमकार, सहदेव, अनूप व निर्मल को नामजद करते हुए करीब दो दर्जन अज्ञात लोगों पर लात-घूसों और लाठी-डंडों से बेरहमी से मारने-पीटने का आरोप लगाया गया था, लेकिन पुलिस ने जिस तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया है, उसमें सिर्फ चार नामजद व 12 अज्ञात लोग शामिल हैं। पहले जो तहरीर दी गई थी, उसमें मनोज का नाम नहीं था लेकिन एफआईआर में राहुल की जगह मनोज को नामजद आरोपी बना दिया गया। ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है। बड़ा सवाल यह है कि तहरीर को किसने बदलवा दिया?
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