Biggest Cricket Stadium: इस राज्य में बनेगा दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम, नरेंद्र मोदी स्टेडियम भी छूट जाएगा पीछे?
Biggest Stadium In Tamil Nadu: क्रिकेट जगत में भारत का वर्चस्व किसी से छुपा नहीं है. चाहे वो BCCI की पॉवर हो या क्रिकेटिंग फैसिलिटीज़. हर जगह भारत का डंका बज रहा है. कुछ ऐसा ही आलम क्रिकेट स्टेडियम को लेकर भी है.
दरअसल, मौजूदा वक़्त में क्रिकेट का सबसे बड़ा स्टेडियम गुजरात के शहर अमहदाबाद में स्थित है. अमहदाबाद में स्थित दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम का नाम ‘नरेंद्र मोदी स्टेडियम’ है. इस स्टेडियम में 1,32,000 लोगों के बैठने की क्षमता है. हालांकि, अब तमिलनाडु में इससे भी बड़ा क्रिकेट स्टेडियम बनने जा रहा है. आपको बता दें कि तमिलनाडु सरकार ने कोयंबटूर में सबसे बड़ा स्टेडियम बनाने की अपनी योजना की घोषणा की है.
यह तमिलनाडु में चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम के बाद दूसरा इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम होगा. यह स्टेडियम एरिया में क्रिकेट के बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने की पहल है. राज्य के उद्योग मंत्री टीआरबी राजा और युवा कल्याण और खेल विकास मंत्री उदयनिधि स्टालिन इस परियोजना में सबसे आगे रहे हैं. तमिलनाडु में खेल को बढ़ावा देने और टैलेंट को आगे बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है.
यह स्टेडियम एनएच 544 पर कोयंबटूर शहर से लगभग 16 किमी दूर बनने के लिए प्रस्तावित किया गया है. इस स्टेडियम का मकसद भारत में मौजूद सभी क्रिकेट स्टेडियम की क्षमता को पार करना है.
इस स्टेडियम में वीआईपी और कॉर्पोरेट सुविधाएं, खिलाड़ियों का लाउंज, मीडिया सेंटर, सार्वजनिक कैफेटेरिया, रेस्तरां, और एक क्रिकेट संग्रहालय सहित तमाम अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी.
आपको बता दें कि इस स्टेडियम को बनाने के लिए चन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम, बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम और लंदन के लॉर्ड्स से प्रेरणा ली जाएगी. अब देखना दिलचस्प होगा कि इस स्टेडियम के बनने का काम कब से शुरू होता है. और कब तक यह बनकर तैयार होता है.
बहुत पुराना हो चुका है एमए चिदंबरम स्टेडियम
आपको बता दें कि तमिलनाडु के चेन्नई में मौजूद एमए चिदंबरम स्टेडियम काफी पुराना है. यह स्टेडियम 1916 में बनाया गया था. यहां पहला अंतर्राष्ट्रीय मैच 1934 में खेला गया था. जो भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट मैच था. मुकाबले में इंग्लैंड ने 202 रनों से जीत दर्ज की थी. इस स्टेडियम में करीब 50,000 लोगों के बैठने की क्षमता है.