भारत में लगातार बढ़ रहा है Cardiac Arrest का खतरा, बरतें ये सावधानियां
चलते-फिरते आदमी की अचानक मौत क्यों हो रही है? कार्डियेक अरेस्ट (Cardiac Arrest) और हार्ट अटैक (Heart Attack) में अंतर होता है?
Sandesh Wahak Digital Desk: आजकल अचानक चलते फिरते लोगों की मौत की खबर सुनने के मिल जाती है। ये बहुत चिंताजनक और डराने वाली बात है। हंसता-खेलता इंसान अचानक मर जाता है। आपको जानकर हैरानी होगी की ऐसी घटनाएँ कार्डियेक अरेस्ट या हार्ट अटैक हो सकता है। लेकिन कार्डियक अरेस्ट (Cardiac Arrest) क्या है ये बहुत कम लोग जानते हैं।
क्या है कार्डियक अरेस्ट?
- अचानक हार्ट काम करना बंद कर देता है तो उसे कार्डियेक अरेस्ट कहते हैं।
- कार्डियेक अरेस्ट बिना चेतावनी और अचानक होता है।
- कार्डियेक अरेस्ट हार्ट के इलेक्ट्रिकल सिस्टम में खराबी से आता है।
- पूरा शरीर एक झटके में काम करना बंद कर देता है।
- कार्डियेक अरेस्ट आने पर 1 मिनट के अंदर मौत हो सकती है।
- दिल की धमनियों के ब्लॉक होने से ब्लड सप्लाई पर असर पड़ता है, यानी दिल के किसी हिस्से तक ब्लड सप्लाई रुक जाती है।
- ब्लड सप्लाई कम होने से हार्ट के फंक्शन पर धीरे-धीरे असर पड़ता है।
कार्डियेक अरेस्ट के बारे में जानकारी
दिल के अंदर एक इलेक्ट्रिकल सिस्टम होता है। इलेक्ट्रिकल सिस्टम हार्ट और दिमाग से कनेक्ट रहता है, इसी सिस्टम से दिल को तरंगों के जरिए संकेत मिलते रहते हैं। इन्ही संकेतों के आधार पर दिल काम करता है। ये इलेक्ट्रिक तरंगे दिल की धड़कन को मॉनिटर करती हैं। दिल की इलेक्ट्रिक एक्टिविटी मापने के लिए ही ECG टेस्ट किया जाता है। इलेक्ट्रिक तरंगों में गड़बड़ी के कारण कार्डियेक अरेस्ट आता है। इलेक्ट्रिक सिस्टम में कई एक्टिविटी एक साथ होने पर दिक्कत होती है। जिसके कारण हार्ट खून को पंप करना बंद कर देता है। हार्ट बीट बहुत ज्यादा बढ़ जाती है, जिसके कारण दिल काम करना बंद कर देता है। दिल के इलेक्ट्रिक सिस्टम में एक तरह का शॉर्ट सर्किट होता है जिसके कारण कार्डियेक अरेस्ट आता है।
Cardiac Arrest आने का कारण
- हाइपरटेंशन
- सुस्त लाइफस्टाइल
- डायबिटीज़
- एल्कोहल और स्मोकिंग
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