आजमगढ़ लूटकांड में फरार 50 हजार का इनामी बदमाश 9 साल बाद गिरफ्तार, यूपी STF को मिली सफलता

Sandesh Wahak Digital Desk: आजमगढ़ जिले में 9 सालों से फरार चल रहे 50,000 रुपये के इनामी अपराधी दुर्गेश कुमार उर्फ राधेश्याम उर्फ दीपक कुमार को उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने बड़ी सफलता प्राप्त करते हुए पंजाब के जालंधर से गिरफ्तार कर लिया है। अभियुक्त के खिलाफ कई संगीन आपराधिक मामले दर्ज थे, और वह लंबे समय से पुलिस को चकमा देकर फरार चल रहा था।

गिरफ्तारी का विवरण

दिनांक 19 मार्च 2025 को एसटीएफ की टीम ने थाना सरायमीर, जनपद-आजमगढ़ में पंजीकृत मुकदमा संख्या 206/2016 धारा 392, 411 भादवि में वांछित अभियुक्त दुर्गेश कुमार उर्फ राधेश्याम को जालंधर, पंजाब के ट्रांसपोर्ट नगर, डिवीजन नंबर 08 क्षेत्र से गिरफ्तार किया।

बताया जा रहा है कि एसटीएफ को लंबे समय से सूचना मिल रही थी कि उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में वांछित इनामी अपराधी सक्रिय हैं और आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। इसी क्रम में एसटीएफ की विभिन्न टीमों को अपराधियों की तलाश और गिरफ्तारी के लिए निर्देशित किया गया था।

पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ लखनऊ, प्रमेश कुमार शुक्ल के पर्यवेक्षण में इस अभियुक्त के संबंध में खुफिया जानकारी जुटाई जा रही थी। जांच के दौरान पता चला कि दुर्गेश कुमार उर्फ राधेश्याम पंजाब में छिपकर रह रहा है। इस सूचना पर एसटीएफ टीम के उ0नि0 जावेद आलम सिद्दीकी, उ0नि0 चन्द्र प्रकाश मिश्र, मु०आ० मृत्युंजय सिंह, यशवंत सिंह और चालक नागेश मिश्र ने जालंधर में दबिश देकर अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया।

अपराधी का आपराधिक इतिहास

गिरफ्तार अभियुक्त के खिलाफ आजमगढ़ और जौनपुर जनपदों में लूट, हत्या और अन्य गंभीर अपराधों के आधा दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। अभियुक्त ने पूछताछ में स्वीकार किया कि वह अपने गिरोह के साथ मिलकर आजमगढ़ के विभिन्न थाना क्षेत्रों में लूटपाट करता था। उसने बताया कि एक बार वह अपने साथियों के साथ थाना तरवां क्षेत्र में एक दुकान में लूटपाट करने गया था। जब दुकानदार ने विरोध किया, तो उसे गोली मार दी गई, जिससे उसकी मृत्यु हो गई थी। इस घटना के बाद पुलिस ने एक मुठभेड़ के दौरान उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।

जेल से छूटने के बाद उसने अपने साथी शिवकुमार और दीपक के साथ मिलकर थाना सरायमीर क्षेत्र में एक व्यक्ति से लूट की थी, जिसके बाद वह फरार चल रहा था। इस घटना में उसकी गिरफ्तारी के लिए 50,000/- रुपये का इनाम घोषित किया गया था।

आगे की कानूनी प्रक्रिया

गिरफ्तारी के बाद अभियुक्त को माननीय न्यायालय JMIC जालंधर, पंजाब में पेश कर ट्रांजिट वारंट स्वीकृत किया गया। अब उसे जनपद आजमगढ़ लाकर आगे की विधिक कार्रवाई स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है। पुलिस अभियुक्त से अन्य अपराधों और उसके गिरोह से जुड़े लोगों के बारे में जानकारी जुटाने में लगी है।

Also Read: लखनऊ में फर्जी मार्कशीट रैकेट का भंडाफोड़, एसटीएफ ने तीन आरोपियों को दबोचा

Get real time updates directly on you device, subscribe now.