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sandesh editorial

संपादक की कलम से: क्षेत्रीय दलों के प्रति उमड़ता प्रेम

लोकसभा चुनाव 2024 में फतह हासिल करने के लिए सियासी दलों ने कवायद तेज कर दी है। एक ओर जहां कर्नाटक फतह से उत्साहित कांग्रेस विपक्षी…

संपादक की कलम से: बाघों की सुरक्षा और लापरवाह तंत्र

यूपी के दुधवा नेशनल पार्क में पचास दिनों के भीतर चार बाघों की मौत ने इस वन्य पशु की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

संपादक की कलम से: मानसून के भरोसे महंगाई

महंगाई में वृद्धि का बड़ा कारण बढ़ती बेरोजगारी है। इससे लोगों की क्रय शक्ति घटी है। लिहाजा बाजार में पूंजी का प्रवाह पर्याप्त गति…

संपादक की कलम से: विपक्षी एकता का सवाल

लोकसभा चुनाव से पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी एकजुटता की कोशिश कर रहे हैं। वे अपने हर बयान में विपक्षी दलों को…

संपादक की कलम से: पर्यावरण संरक्षण पर एक्शन की जरूरत

योगी सरकार के पहले कार्यकाल में 100 करोड़ पौधों का रोपण किया गया था जिसे दूसरे कार्यकाल में बढ़ाकर 175 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य…

संपादक की कलम से: बदलते परिवेश में भारत-नेपाल रिश्ते

प्रचंड की कूटनीति भारत-चीन के तल्ख रिश्तों को देखते हुए नेपाल को दोनों देशों से अधिक से अधिक लाभ दिलाने की है। प्रचंड पर भारत से…

संपादक की कलम से: विकास का खाका और सियासत

देश को विकासशील से विकसित देश बनाने का खाका तैयार करने के लिए दिल्ली में आयोजित नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की आठवीं बैठक में…

संपादक की कलम से: जनहित याचिका बनाम सुप्रीम कोर्ट

नये संसद भवन का राष्ट्रपति द्वारा उद्घाटन कराने की मांग वाली एक जनहित याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने न केवल खारिज कर दिया बल्कि…