महाराष्ट्र में 5 दिसंबर को शपथ ग्रहण समारोह,एकनाथ शिंदे आज मुंबई करेंगे वापसी

Sandesh Wahak Digital Desk: महाराष्ट्र में सीएम पद को लेकर जारी सियासी हलचल के बीच बीजेपी ने नई सरकार के शपथ समारोह का ऐलान कर दिया है। महाराष्ट्र बीजेपी प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले ने एक्स पर एक वीडियो पोस्ट में कहा कि 5 दिसंबर को शपथ ग्रहण समारोह आजाद मैदान में होगा और पीएम मोदी इसमें शामिल होंगे।

इस बीच महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है और रविवार शाम को सातारा से मुंबई लौटेंगे। सातारा में अपने पैतृक गांव में मौजूद शिंदे को तेज बुखार हो गया जिसके बाद शनिवार को चिकित्सकों की एक टीम ने उनकी जांच की।

शिवसेना नेता शुक्रवार को सातारा जिले में अपने पैतृक गांव के लिए रवाना हुए थे। इस बीच अटकलें लगाई जाने लगीं कि वह राज्य की नयी सरकार के गठन के लिए हो रही कवायद के तरीके से खुश नहीं हैं।

स्वास्थ्य कारणों की वजह से शिंदे चले गए थे अपने पैतृक आवास

शिंदे के पारिवारिक चिकित्सक आर एम पार्टे ने शनिवार को समाचार चैनलों को बताया कि उन्हें बुखार और गले में संक्रमण है। डॉ. पार्टे ने कहा उन्हें दवाइयां दी गई हैं। दो दिन में उन्हें बेहतर महसूस होगा। वह रविवार को मुंबई के लिए रवाना होंगे।

शिंदे के एक करीबी सहयोगी ने भी रविवार को बताया कि कार्यवाहक मुख्यमंत्री कुछ समय से बीमार हैं और शनिवार को उन्हें बुखार हो गया। सहयोगी ने बताया कि शिंदे के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है और शाम को मुंबई लौटेंगे।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने शनिवार को कहा कि महाराष्ट्र में नयी महायुति सरकार का शपथग्रहण पांच दिसंबर की शाम को दक्षिण मुंबई के आजाद मैदान में होगा। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शपथग्रहण समारोह में शामिल होंगे।

हालांकि, अभी तक इस बात की घोषणा नहीं की गई है कि मुख्यमंत्री कौन होगा? लेकिन भाजपा सूत्रों ने बताया कि दो बार के मुख्यमंत्री एवं पूर्ववर्ती एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में उपमुख्यमंत्री रहे देवेंद्र फडणवीस इस पद की दौड़ में सबसे आगे हैं।

इतनी सीटों पर जीत की थी दर्ज

महाराष्ट्र में 20 नवंबर को हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा, एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के गठबंधन महायुति ने 288 में से 230 सीट जीतकर सत्ता बरकरार रखी। भाजपा 132 सीट जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी जबकि शिवसेना ने 57 और राकांपा ने 41 सीट जीतीं। लेकिन सरकार के गठन में देरी हो रही है क्योंकि गठबंधन इस बात पर आम सहमति नहीं बना पाया है कि मुख्यमंत्री कौन होगा?

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