अंतरिक्ष से 9 महीने बाद वापस लौटेंगी सुनीता विलियम्स, अंतरिक्ष स्टेशन लेने पहुंची NASA की नई टीम

Sandesh Wahak Digital Desk: भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके सहयोगी बुच विल्मोर, जो जून 2024 से अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर फंसे हुए थे, अब जल्द ही पृथ्वी पर लौटने वाले हैं। नासा ने उनकी वापसी के लिए आवश्यक कदम उठाते हुए एक नई टीम को आईएसएस भेजा है, जिससे उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित हो सके।

लंबित मिशन और तकनीकी चुनौतियाँ

विलियम्स और विल्मोर जून 2024 में बोइंग के नए स्टारलाइनर कैप्सूल के माध्यम से आठ दिवसीय मिशन पर आईएसएस गए थे। हालांकि, तकनीकी समस्याओं के कारण स्टारलाइनर कैप्सूल से उनकी वापसी संभव नहीं हो सकी, जिससे उन्हें नौ महीने तक अंतरिक्ष में रहना पड़ा।

नई टीम की तैनाती और वापसी की योजना

नासा ने उनकी वापसी के लिए स्पेसएक्स के क्रू-10 मिशन के तहत एक नई टीम को आईएसएस भेजा है। यह टीम 12 मार्च को कैनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च की गई और 14 मार्च को आईएसएस पर पहुंची। इस टीम में नासा के अंतरिक्ष यात्री ऐनी मैकक्लेन और निकोल एयर्स, जापान के ताकुया ओनिशी और रूस के किरिल पेसकोव शामिल हैं।

नई टीम के आगमन के बाद, विलियम्स और विल्मोर की वापसी का मार्ग प्रशस्त हो गया है। उम्मीद है कि वे 19 मार्च को स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन कैप्सूल के माध्यम से पृथ्वी पर लौटेंगे। यह कैप्सूल नियंत्रित तरीके से पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करेगा और अटलांटिक महासागर या मैक्सिको की खाड़ी में लैंड करेगा, जहां रिकवरी टीमें उनकी सुरक्षित वापसी के लिए तैयार रहेंगी।

अंतरिक्ष में विस्तारित प्रवास के प्रभाव

आम तौर पर, आईएसएस पर मिशन छह महीने के होते हैं, लेकिन तकनीकी समस्याओं के कारण विलियम्स और विल्मोर को नौ महीने तक वहां रहना पड़ा। इस विस्तारित प्रवास ने न केवल उनकी शारीरिक सहनशक्ति की परीक्षा ली, बल्कि उनके परिवारों के लिए भी यह समय चुनौतीपूर्ण रहा। विलियम्स ने कहा, “यहां रहना एक अद्भुत अनुभव है, लेकिन परिवार के लिए यह उतार-चढ़ाव भरा समय रहा है।”

नासा और स्पेसएक्स की भूमिका

नासा के कमर्शियल क्रू प्रोग्राम के तहत स्पेसएक्स को लगभग 3 बिलियन डॉलर की फंडिंग मिली है, जिससे क्रू ड्रैगन कैप्सूल का विकास संभव हुआ। इस मिशन में स्पेसएक्स की महत्वपूर्ण भूमिका रही है, जिसने नासा के साथ मिलकर अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की है।

आगामी योजनाएँ

विलियम्स और विल्मोर की वापसी के बाद, नई टीम आईएसएस पर अगले छह महीने तक अनुसंधान और प्रयोग जारी रखेगी। यह मिशन न केवल वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि अंतरिक्ष यात्रियों की लंबी अवधि की मिशन क्षमता को भी परखता है।

बता दे, अंतरिक्ष में नौ महीने बिताने के बाद, सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की सुरक्षित वापसी का सभी को बेसब्री से इंतजार है। उनकी यह यात्रा अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी।

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