Sultanpur: 31 करोड़ से बन रही कटका-मायंग सड़क निर्माण में बड़ा घोटाला
Sandesh Wahak Digital Desk: चुनाव की सुगबुगाहट शुरू होते ही लोक निर्माण विभाग प्रान्तीय खण्ड के अधिकारियों ने चार माह पूर्व से बन रही 31 करोड़ की लागत से सीमेंटेड सड़क के घटिया निर्माण में सरकारी धनों के बन्दर बांट करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है।
कटका-मायंग मार्ग का पक्का सीमेंटेड सड़क निर्माण कार्य मार्च महीने में शुरू हुआ था। पूर्व सांसद मेनका संजय गांधी के अथक प्रयास से कटका-मायंग रोड सड़क का निर्माण प्रमुखता से कराने के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष द्वारा राज्य सड़क निधि से 31 करोड रुपए का बजट पास करवाया था। आनन-फानन में सड़क निर्माण करने के लिए विभाग ने पंजीकृत फर्म राज कास्ट्रक्शन को 4 माह पहले 13.5 किलोमीटर का गुणवत्ता परख निर्माण कार्य कराने का काम दिया था।लोक निर्माण विभाग प्रान्तीय खण्ड की देखरेख में टेंडर जारी हुआ।
नहीं हुई अनियमितता की जांच
टेंडर जारी होने के बाद से बताते हैं कि विभाग ने स्थल पर अनियमितता की जांच करने की जहमत नहीं उठाई। जिसके चलते फर्म स्वामी ने मनमाफिक तरीके से बेखौफ होकर मानक के अनुसार काम करना बन्द कर जिन वॉटरप्रूफ एक बोरी सीमेंट को दो दो मीटर की दूरी पर खपत करनी थी। वह 25-25फिट की दूरी पर डुप्लीकेट बिना वाटर प्रूफ सीमेंट खपत करना शुरू कर दिया।
करोड़ों रुपए खर्च कर बन रही सडक़ में हुए धन के करोड़ों रुपए के बन्दर बांट का कारण साफ है कि सड़क बरसात शुरू होने से पहले धीरे-धीरे उखडऩा शुरू हो गई। पीले ईंट से बन रहे सडक़ की पटरियों के डिवाइडर घटिया सीमेंट के कारण बिखर गए। यही नहीं तयं दूरी के बीच पडने वाले पुलिया निर्माण में भी पीला ईंट लगाया जा रहा है।
सड़क बनाने के लिए खराब सीमेंट का इस्तेमाल
घटिया निर्माण की पराकाष्ठा की हद तब हो गई कि ना तो कोई अधिकारी इस हकीकत से रूबरू हुआ। न कोई क्षेत्रीय व जिला स्तरीय जनप्रतिनिधि हकीकत परखने पहुंचा। जिसके कारण राज कांस्ट्रक्शन के मालिक ने विभागीय अधिकारियों से मिलकर जमकर लूट की। जहां सड़क निर्माण में मिक्सर मशीन से सीमेंट गिट्टी मिलाकर निर्माण कार्य किया जाना था। वहीं खानापूर्ति करते हुए गिट्टी के ऊपर मामूली सीमेंट लगाकर सड़क निर्माण करना शुरू कर दिया। राहगीरों की माने तो यह सड़क जल्द ही बरसात के पहले बह जाएगी।
वहीं कटका मयंक रोड की गिट्टी धीरे-धीरे उखड़ कर अपने पुराने तरीके पर आ गई हैं।इसौली विधानसभा क्षेत्र में जो भी सडक़ों का निर्माण होता है उसकी हकीकत जानने के लिए विधायक स्वयं स्थल पर पहुंचते हैं। जरूरत पडऩे पर अधिकारियों को फटकार भी लगते हैं। लेकिन भाजपा सरकार में अधिकारी और ठेकेदार मिलकर धन का जमकर बंदरबांट कर रहे हैं।
उसने यहां तक कहा कि अगर कोई कार्यवाही नहीं हुई तो ग्रामीण जिला अधिकारी व मुख्यमंत्री से मिलकर लिखित रूप में शिकायत की जाएगी।
क्या बोले प्रांतीय खंड के अधिकारी
लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड के अधिशासी अधिकारी संतोष मणि त्रिपाठी ने बताया कि मुझको जानकारी नहीं थी चुनाव की व्यवस्था के कारण स्थलीय निरीक्षण नहीं कर सके। शिकायत मिली है, अवश्य स्थलीय जांच कर कार्यवाही की जाएगी तथा जांच में दोषी पाए जाने पर धन की रिकवरी भी कराई जाएगी।
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