Sri Lanka : निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे राष्ट्रपति विक्रमसिंघे, विभाजन के कारण खत्म हो गई पार्टी

Sandesh Wahak Digital Desk : श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने सितंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतरने की शुक्रवार को घोषणा की.

निर्वाचन आयोग ने देश में राष्ट्रपति चुनाव आगामी 21 सितंबर को होने की घोषणा की. श्रीलंका 2022 से अपने सबसे बुरे आर्थिक संकट का सामना कर रहा है. संकट के इस दौर के बाद श्रीलंका में यह पहला चुनाव होगा.

खबरों के मुताबिक, राष्ट्रपति के वकील रोनाल्ड परेरा ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में 75 वर्षीय विक्रमसिंघे की ओर से नकद राशि जमा कराई. इसके बाद परेरा ने कहा कि विक्रमसिंघे निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में राष्ट्रपति चुनाव लड़ेंगे.

देश में आर्थिक संकट

देश जब सबसे खराब आर्थिक संकट का सामना कर रहा था, तब विक्रमसिंघे ने कमान संभाली थी. लेकिन इस बार उनकी चुनाव न लड़ने की अटकलें लगाई जा रही थीं. हालांकि चुनाव लड़ने के लिए राशि जमा होने के साथ ही उन अटकलों पर भी विराम लग गया है, जिनमें कहा जा रहा था कि वह राष्ट्रपति पद की दौड़ से बाहर हो सकते हैं.

खबरों के मुताबिक, चुनाव आयोग ने एलान किया कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए जमा राशि शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे से 14 अगस्त की दोपहर तक जमा कराई जा सकती है.

2020 में यूनाइटेड नेशनल पार्टी का विभाजन

आयोग के मुताबिक चुनाव लड़ने के लिए नामांकन 15 अगस्त को होगा. विक्रमसिंघे की उम्मीदवारी को लेकर तमाम तरह की अटकलें थीं क्योंकि उनके पास कोई पार्टी नहीं थी.

उनकी यूनाइटेड नेशनल पार्टी 2020 में विभाजन के कारण खत्म हो गई थी. विक्रमसिंघे खुद को निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में पेश करके आर्थिक बदलावों को भुनाने का प्रयास कर रहे हैं.

 

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