हाथरस हादसे पर SIT ने सौंपी करीब 300 पेज की रिपोर्ट, आयोजक और प्रशासन पर सवाल
Sandesh Wahak Digital Desk: हाथरस भगदड़ मामले की जांच के लिए गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) ने उत्तर प्रदेश सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है।
सूचना निदेशक शिशिर ने कहा कि एसआईटी ने राज्य सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। हालांकि, उन्होंने रिपोर्ट के बारे में विस्तार से नहीं बताया। घटना के पीछे की वजहों की जांच के लिए गठित एसआईटी में आगरा जोन की अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) अनुपम कुलश्रेष्ठ और अलीगढ़ मंडल आयुक्त शामिल थे।
इलाहाबाद उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश बृजेश कुमार श्रीवास्तव, सेवानिवृत्त आईपीएस हेमंत राव और सेवानिवृत्त आईपीएस भवेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में एक अलग न्यायिक आयोग भी हाथरस भगदड़ मामले की जांच कर रहा है। हाथरस के सिकंदराराऊ इलाके में गत दो जुलाई को प्रवचन कर्ता हरि नारायण साकार विश्व हरि उर्फ ‘भोले बाबा’ के सत्संग के समापन के दौरान भगदड़ मचने से 121 लोगों की मौत हो गई थी।
300 पन्नों की रिपोर्ट की तैयार
एसआईटी ने 300 पन्नों की रिपोर्ट तैयार करने के लिए 119 लोगों के बयान दर्ज किए और जाना कि आखिर भगदड़ स्थल पर हुआ क्या था? बयान दर्ज कराने लोगों में यूपी पुलिस के कई आला अधिकारी भी शामिल थे। जिनमें हाथरस के डीएम आशीष कुमार और एसपी निपुण अग्रवाल का नाम भी था। सत्संग में 2 लाख से अधिक लोग पहुंचे थे। जबकि अधिकारियों ने करीब 80,000 लोगों के लिए अनुमति मांगी थी। ऐसे में प्रशासन और आयोजन कमेटी सवालों के घेरे में है।
सूत्रों ने बताया कि रिपोर्ट में भगदड़ के पीछे मुख्य कारण भीड़भाड़ को बताया गया है। 2 जुलाई को जिस दिन भगदड़ हुई। उस दिन ड्यूटी पर मौजूद पुलिस अधिकारियों के बयान भी शामिल किए गए हैं। एसआईटी रिपोर्ट में पीड़ित परिवारों के बयान भी शामिल हैं। इससे पहले, उत्तर प्रदेश न्यायिक आयोग की टीम ने हाथरस भगदड़ मामले में कई प्रत्यक्षदर्शियों के बयान दर्ज किए थे।
बाबा का बेहद करीबी है देव प्रकाश मधुकर
देव प्रकाश मधुकर ही हाथरस कार्यक्रम का मुख्य आयोजक था। इसके साथ ही वह बाबा का खास आदमी भी है। हादसे के बाद बाबा ने उसी से फोन पर काफी देर तक बात की थी। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, भगदड़ की घटना के बाद से देवप्रकाश मधुकर घर नहीं लौटा था। उसके परिवार के सदस्य भी लापता थे मधुकर के बारे में कहा जाता है कि वह एक समय जूनियर इंजीनियर (JE) था लेकिन बाद में बाबा सूरजपाल का बड़ा भक्त बन गया। देवप्रकाश मधुकर का घर सिकंदरा राऊ इलाके के दामादपुरा की नई कॉलोनी में है।
Also Read: अमेठी में बड़ा सड़क हादसा, बस और ट्रक की टक्कर में 5 लोगों की मौत, 12 घायल