Shravasti News: बड़े धर्मान्तरण की तैयारी तो नहीं प्रभु यीशु की प्रार्थना सभा!

प्रभु यीशु की प्रार्थना सभा में पहुंच रहे सैकड़ों की संख्या में हिन्दू व मुसलमान

Sandesh Wahak Digital Desk/Mata Prasad Verma: हिन्दू-मुसलमान के बीच जारी धर्मान्तरण व घर वापसी के खेल में अब तीसरे धर्म का प्रवेश हुआ है। जो हिन्दू मुसलमान दोनों को टारगेट करते हुए प्रार्थना सभा में लोगों को शामिल कर अपना कुनबा बढ़ाने की ओर तेजी से कदम बढ़ा रहा है। हालांकि इस पूरे मामले में अब जिले की पुलिस भी गम्भीर हो चुकी है, जो धर्म परिवर्तन कराने के लिए कार्य कर रहे संदिग्धों की धरपकड़ के लिए छापेमारी शुरू कर चुकी है। यह पूरा मामला जिले के इकौना थाना क्षेत्र अन्तर्गत ग्राम पंचायत भगवानपुर बनकट के मजरा लोनियन पुरवा का है। जहां पर इकौना-पयागपुर मार्ग से लगभग आधा किलोमीटर दूर खेत में फूस का एक प्रार्थना सभा बनाया गया है।

जिसमें हर रविवार को प्रार्थना सभा का आयोजन किया जाता है। इस प्रार्थना सभा में शामिल होने के लिए श्रावस्ती, बहराइच, बलरामपुर, गोण्डा के विभिन्न गांवों व कस्बों से सैकड़ों की संख्या में हिन्दू व मुस्लिम धर्म के महिला पुरुष पहुंच रहे हैं। प्रार्थना सभा में मानव की भलाई, आत्मसंतुष्टि की बात करते हुए प्रभु यीशु की शरण में आकर रोग मुक्ति की बात करके ईसाई धर्म के प्रति प्रभावित किया जाता है। जिसका प्रभाव मौजूदा वक्त में यह है कि प्रार्थना सभा में शामिल होने जा रहे महिला पुरुष पवित्र बाइबिल अपने साथ लेकर जाने लगे हैं। जिसे एक बड़े धर्मान्तरण की तैयारियों के रूप में देखा जा रहा है।

एएसपी के नेतृत्व में जांच टीम की गई गठित : पुलिस अधीक्षक

पुलिस अधीक्षक घनश्याम चौरसिया ने बताया कि हरि सिंह द्वारा धर्मान्तरण कराने के प्रयास के मामले पर मुकदमा पंजीकृत कराया जा रहा है। इस मामले में हमारे द्वारा प्रभारी निरीक्षक व क्षेत्राधिकारी को नोटिस भेजा गया है। अपर पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में कमेटी गठित की गई है, जिसमें स्थानीय पुलिस, क्षेत्राधिकारी एवं एलआईयू टीम शामिल होगी। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्यवाही की जायेगी। फिलहाल आरोपी मौके से फरार है, उसके बारे में अधिक से अधिक जानकारी एकत्रित की जा रही है।

श्रावस्ती में अशिक्षा और गरीबी बन रही धर्मान्तरण की प्रमुख वजह

जिले में अक्सर धर्मान्तरण का मामला सामने आता रहा है, जिसमें लोग अपने धर्मों को छोड़ कर दूसरे धर्म को अपनाते हैं। इसका कारण बड़ी आबादी का गरीब-अशिक्षित होना भी है। उद्योग-धंधे के मामले में श्रावस्ती लगभग शून्य है। अधिकांश आबादी बड़े शहरों में मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण करने को मजबूर है। 2011 की जनगणना के अनुसार जिले की साक्षरता दर पचास फीसदी से भी कम है। कट्टरपंथी लोग दूसरे धर्म के गरीब, बीमार, लाचार व लालची लोगों को धन का लालच देकर एवं उनके समक्ष अपने धर्म का महिमा मंडन कर बहला फुसलाकर धर्म परिवर्तन करवाने में सफल हो जा रहे हैं।

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