शिवपाल को मिला कांग्रेस के बाद RLD का साथ, पीएस को गौतमपल्ली पुलिस द्वारा हिरासत में लेने का मामला

Sandesh Wahak Digital Desk : सपा नेता शिवपाल यादव के पीएस अंकुश शर्मा और गौतमपुल्ली थाना पुलिस के बीच हुए विवाद और इस विवाद के बीच हुई शिवपाल यादव की एंट्री के दूसरे दिन मामले ने तूल पकड़ लिया। शुक्रवार को कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने शिवपाल के पक्ष में प्रतिक्रिया दी।

कुछ देर बाद आरएलडी भी शिवपाल के साथ खड़ी हो गई। आरएलडी नेता रोहित अग्रवाल ने कहा कि शिवपाल सिंह यादव गौतमपल्ली थाने पहुंचे। हंगामा हुआ और अंकुश के ऊपर तमंचा लगाकर जेल भेजने का प्लान अधूरा रह गया। अब पुलिस कह रही है कि गाड़ी चेकिंग के दौरान विवाद के बाद अंकुश शर्मा को थाने लाया गया था। यह पहली घटना नहीं है। लखनऊ पुलिस बेलगाम हो रही है। कोई पत्रकार सवाल उठाता है तो उसे नोटिस भेज देती है।

कई घटनायें ऐसी सामने आयी है जब बिना कारण पैसे के चक्कर में पुलिस ने ना सिर्फ अवैध हिरासत में रखा बल्कि पीटा भी। रोहित अग्रवाल ने कहा कि यह घटना राजधानी लखनऊ में हुई। जहां सीएम और डीजीपी दोनों बैठते हैं। ऐसी घटनायें सरकार के इकबाल पर सवाल खड़े करती है। अगर शिवपाल सिंह यादव नहीं पहुंचते तो अंकुश जेल भेज दिये जाते।

वहीं निजी सचिव के लिए थाना पहुंचने पर शिवपाल यादव की कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णम ने तारीफ की। उन्होंने कहा कि योगी राज में निरंकुश हो चुकी पुलिस के कब्जे से अपने निजी सचिव अंकुश को मुक्त कराने के लिए आधी रात को ख़ुद थाने पहुंच जाना, सपा के कद्दावर नेता शिवपाल सिंह यादव के किरदार को और बड़ा कर देता है।

बताया जाता है कि यूपी पुलिस ने शिवपाल यादव के निजी सचिव अंकुश शर्मा की गाड़ी से असलहा बरामद किया था। इस वजह से लखनऊ के गौतमपल्ली थाना की पुलिस ने निजी सचिव को हिरासत में लिया था। निजी सचिव को हिरासत में लिए जाने के बाद सपा नेता खुद गौतमपल्ली थाना पहुंच गए, जिसके बाद निजी सचिव को छोड़ दिया गया। अब उन्हें हिरासत में लिए जाने के मामले में सियासी बयानबाजी तेज हो गई है।

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