Shine City Scam: दुबई से जेल में बंद भाई को फोन करके जमीनों का खेल कर रहा राशिद

Sandesh Wahak Digital Desk/Manish Srivastava: 60 हजार करोड़ के शाइन सिटी घोटाले का मुखिया राशिद नसीम दुबई में बैठकर जमीन फर्जीवाड़ों की कलंक कथा लिख रहा है। बड़ी-बड़ी एजेंसियां सिर्फ तमाशबीन बनी हैं।
यूपी की जेलों में घोटाले के आरोपियों को वीआईपी ट्रीटमेंट देकर मौज कराये जाने के मामला फिर सुर्खियों में है। आरोपों के मुताबिक दुबई से भगोड़ा राशिद वाराणसी जेल में बंद भाई आसिफ नसीम से इंटरनेशनल कॉल के जरिये बात करके सैकड़ों करोड़ की एससी की जमीनों की हेराफेरी अंजाम दे रहा है। डीजी जेल को संबंधित कॉल रिकॉर्डिंग का ऑडियो भेजकर जांच की मांग की गयी है। हालांकि ‘संदेशवाहक’ ऑडियो की पुष्टि नहीं करता है।
डीजी जेल को कॉल रिकार्डिंग का ऑडियो भेजकर जांच की मांग
डीजी जेल पीवी रामाशास्त्री को तकरीबन आधे घंटे का ऑडियो शिकायत के तौर पर भेजा गया है। जिसमें राशिद शाइन सिटी कंपनी से जुड़ी एससी की जमीनों के लिए सिग्नेचरी/एजेंट के तौर पर अधिकृत नीरज कुमार को दुबई से कॉल करता है। इसमें शाइन वैली से संबंधित एससी की जमीनों को दूसरे के नाम पलटवाने का आदेश दिया जाता है। नीरज एमडी व वाराणसी जेल में बंद आसिफ नसीम से बात कराने को कहता है। फिर राशिद कॉल कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये जेल में आसिफ को फोन मिलाता है। नीरज से आसिफ कहता है कि जैसा राशिद नसीम कह रहे हैं, वैसा करो। नीरज 2021 में शाइन सिटी में एससी की जमीनों के लिए सिग्नेचरी/एजेंट बनाया गया है।
वहीं आसिफ पहले लखनऊ और अब वाराणसी जेल में 2020 से बंद है। ऑडियो को वाराणसी जेल से संबंधित बताया जा रहा है। नीरज के नाम सैकड़ों करोड़ की एससी की जमीनें खरीदी गई हैं। एजेंसियों ने शाइन सिटी के अहम मोहरे को कभी जांच के राडार पर लिया ही नहीं। जेल से एससी की जमीनों को पलटवाकर दूसरों के नाम रजिस्ट्री किये जाने का खेल मास्टरमाइंड खेल रहे हैं। जमीनों के असली हकदार ठगे गए निवेशक हैं।
फिर कटघरे में वाराणसी के पूर्व जेल अधीक्षक उमेश सिंह
महिला डिप्टी जेलर के उत्पीडऩ के आरोपों के बाद वाराणसी जेल से हटाए गए जेल अधीक्षक उमेश सिंह फिर कटघरे में हैं। उमेश के ऊपर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। माना जा रहा है कि उमेश के कार्यकाल के दौरान ही वाराणसी जेल में आसिफ को वीआईपी ट्रीटमेंट दिया गया।

इससे पहले उमेश के कार्यकाल के दौरान आसिफ ने निवेशकों के नाम वाराणसी जेल से पत्र लिखा था। जिसे राशिद ने फेसबुक पर पोस्ट किया। शिकायत पर जांच में लीपापोती हुई। आसिफ नसीम ने लखनऊ जेल से भी पावर ऑफ अटॉर्नी देकर तकरीबन साढ़े 800 से ज्यादा बैनामे करवा डाले थे।

जेल में आसिफ को हर सुविधा मिल रही : सत्येंद्र नाथ श्रीवास्तव
शाइन सिटी घोटाले में ठगे गए निवेशकों को न्याय दिलाने की मुहिम संभाले अधिवक्ता सत्येंद्र नाथ श्रीवास्तव ने कहा कि मैंने डीजी जेल को ऑडियो भेजकर प्रकरण में शिकायत करते हुए उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। आसिफ नसीम को वाराणसी जेल में हर सुविधा मिल रही है। जहां ट्रायल लंबित हैं। वहां बहाना बनाकर उपस्थित भी नहीं हो रहा है। निवेशकों को जेल से धमकी और कार्रवाई कराने का भय दिखाया जा रहा है।
गजब : एसी फर्स्ट क्लास में सफर, पत्नी भी साथ में
तकरीबन तीन माह पहले भी जेल अफसरों से वाराणसी जेल में बंद शाइन सिटी घोटाले के प्रमुख आरोपी आसिफ नसीम को वीआईपी सुविधाएं देने की शिकायत की गयी थी। आरोपों के मुताबिक वाराणसी जेल से लखनऊ में पेशी पर आते समय आसिफ को ट्रेन के एसी फर्स्ट क्लास में बुकिंग कराकर लाया गया था। सफर के दौरान उसकी पत्नी जीनत फातिमा और उसके बच्चे भी साथ में बताये जा रहे हैं। इस मामले में भी कोई कार्रवाई आज तक नहीं हुई।
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