UP Crime: साइन सिटी ठगी में शामिल शाहिद अख्तर को STF ने किया गिरफ्तार, 50,000 रुपये का इनाम था घोषित

Sandesh Wahak Digital Desk: उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने साइन सिटी इंफ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड में निवेश के नाम पर करोड़ों की ठगी करने वाले गिरोह के सक्रिय सदस्य और 50,000 रुपये के इनामी अपराधी शाहिद अख्तर को गिरफ्तार कर लिया है।
गिरफ्तारी का विवरण
STF ने 30 जनवरी 2025 को जनपद सुलतानपुर के सीतामढ़ी ढाल, थाना कोतवाली नगर से शाहिद अख्तर पुत्र अब्दुल नियाज अंसारी (निवासी करेला बाग, जीबीटी नगर, प्रयागराज) को गिरफ्तार किया।
उस पर थाना कोतवाली नगर, जनपद सुलतानपुर में तीन मामलों (मु0अ0सं0 264/2022, 265/2022, 266/2022) में धोखाधड़ी, जालसाजी और आपराधिक षड्यंत्र की धाराओं में मुकदमे दर्ज थे।
कैसे हुई गिरफ्तारी?
एसटीएफ की विभिन्न टीमों को प्रदेश में सक्रिय इनामी अपराधियों की धरपकड़ के लिए निर्देश दिए गए थे। पुलिस उपाधीक्षक प्रमेश कुमार शुक्ला के पर्यवेक्षण में अभिसूचना संकलन किया जा रहा था।
30 जनवरी को अयोध्या एसटीएफ फील्ड इकाई को सूचना मिली कि इनामी अपराधी शाहिद अख्तर सुलतानपुर में सीतामढ़ी ढाल के पास मौजूद है। और फरार होने की फिराक में है।
एसटीएफ की टीम, जिसमें निरीक्षक सौरभ मिश्रा, उपनिरीक्षक संतोष सिंह, राजकुमार शुक्ला, रजनीश सिंह, नीरज सिंह और विमलेन्द्र मोहन मिश्रा शामिल थे, ने घेराबंदी कर शाहिद अख्तर को दबोच लिया।
अपराधिक इतिहास
गिरफ्तार शाहिद अख्तर ने पूछताछ में बताया कि वह 2012 से 2018 तक साइन सिटी इंफ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड में कंप्यूटर ऑपरेटर के रूप में कार्यरत था। वह कंपनी के एमडी आसिफ नसीम का सहायक भी था।
बाद में, आसिफ नसीम ने उसकी विश्वसनीयता को देखते हुए सुलतानपुर में शुरू हुई साइन सिटी प्रोक्सिमा डेवलपर्स में उसे पार्टनर के रूप में रजिस्टर करा दिया। कंपनी के भाग जाने के बाद शाहिद अख्तर के खिलाफ धोखाधड़ी के मुकदमे दर्ज हुए, जिसके चलते वह गिरफ्तारी से बचने के लिए लगातार ठिकाने बदल रहा था।
आपको बता दें कि गिरफ्तार आरोपी को थाना कोतवाली नगर, सुलतानपुर में पंजीकृत मामलों में दाखिल कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
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