UP: समाजवादी मोर्चा की बैठक में दिखा सपा विद्रोहियों का स्वाभिमान
Sandesh Wahak Digital Desk: समाजवादी पार्टी की नीतियों से नाराज होकर अलग स्वाभिमान समाजवादी मोर्चा बनाकर नाराज नेताओं ने पीडब्ल्यूडी के सभागार में पहली बैठक की। इस दौरान वक्ताओं ने मोर्चा बनाने का उद्देश्य बताया साथ ही ज्यादा से ज्यादा युवाओं और नेताओं के शामिल होने का आह्वान किया। इस दौरान सपा के शीर्ष नेताओं के प्रति नाराजगी भी दिखी।
प्रथम बैठक में पूर्व सांसद एवं पूर्व मंत्री डीपी यादव ने बतौर मुख्य अतिथि पहुंचकर दीप प्रज्वलित किया। बैठक में वरिष्ठ नेता विजय प्रताप यादव भी शामिल हुए। डीपी यादव ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी मेहनती व्यक्ति के स्वाभिमान को ललकारना गलत है। कार्यकर्ताओं के 28 वर्षों के संघर्ष के साथ धोखा किया गया है। यह कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
मोर्चे के वरिष्ठ नेता पीडी तिवारी ने कहा कि लगातार संघर्ष से वास्ता रखने वाले अब उन्हें नहीं भाते। ब्राम्हणों और सनातनियों पर गलत टिप्पणी करने वालों को सम्मानित कर महासचिव बनाया जा रहा है। सपा के पूर्व एमएलसी भाजपाइयों के संपर्क में है, लेकिन सपा मुखिया अखिलेश यादव को भनक तक नहीं है।
वरिष्ठ नेता प्रदीप तिवारी ने कहा कि रामचरितमानस मानस में अपमान व हिंदू सनातन व ब्राह्मण पे टिप्पणी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हम लोग 26 वर्ष सपा से जुड़े रहे, लेकिन मेरे खिलाफ साजिश की गई। यही नहीं मेरे मेहनत व तमाम मेरे साथियों के स्वाभिमान को ललकारा गया और उन्हें अपमानित किया गया।
सभा की अध्यक्षता कर रहे संयोजक कोआर्डिनेटर ब्रजेश यादव ने कहा जो लोग देवरिया व पश्चिमी उत्तर प्रदेश से आए हैं, उनका स्वागत है। गरीब दलित पिछड़े खास कर यादव बंधु जो लोग किसी के बरगलाने पर कुछ ग़लत बोल रहे है, वह जान लें कि 29 साल के संघर्ष पे जब सही बात बोला गया तो उन्हें बर्दाश्त नहीं हुआ। जिसने स्व. नेताजी पर गलत टिप्पणी की उसपर कार्रवाई करने के बजाए हम लोगों का पर कार्रवाई की गई। पूर्वांचल से जुड़े वफादार लोगों के साथ छल किया जा रहा है। अभी उदयवीर सिंह के फांस में अखिलेश यादव फसे हुए हैं। स्वाभिमान समाजवादी मोर्चा अब जिले जिले तक जाएगा।