Schizophrenia एक खतरनाक मानसिक बीमारी लेकिन घबराएं नहीं, बरतें ये सावधानी
सिजोफ्रेनिया (Schizophrenia) एक खतरनाक मानसिक बीमारी है जो एक व्यक्ति की सोचने, काम करने, भावनाओं को अभिव्यक्त करने, वास्तविकता अपनाने और दूसरों से संबंध बनाने की क्षमता को कम करता है।
Sandesh Wahak Digital Desk: सिजोफ्रेनिया (Schizophrenia) एक खतरनाक मानसिक बीमारी है जो एक व्यक्ति की सोचने, काम करने, भावनाओं को अभिव्यक्त करने, वास्तविकता अपनाने और दूसरों से संबंध बनाने की क्षमता को कम करता है। सिजोफ्रेनिया में एक व्यक्ति कल्पना और वास्तविकता में अंतर नहीं कर पाता सिजोफ्रेनिया से ग्रस्त लोगों को अक्सर समाज, काम, स्कूल और रिश्तो में समस्या आती है। सिजोफ्रेनिया के मरीज समाज में बाहर निकलकर सब से मिलने जुलने के बजाय घर पर ही ज्यादा से ज्यादा समय मोबाइल में देना चाहते हैं और सोशल साइट्स पर कुछ ना कुछ लिखकर अपने दिल की भड़ास मिटाना चाहते हैं।
Schizophrenia के सामान्य लक्षण
- सोचने और समझने मैं बहुत अधिक परेशानी होने लगती है। कुछ भी समझ में नहीं आता है कि क्या करें क्या ना करें। अपने मन से कुछ भी करता रहता है कभी इधर जाता है कभी उधर जाता है जो भी उसे अच्छा लगता है वह करता रहता है।
- कभी-कभी अकेले में बैठ कर बातें करता है खुद से ही बोलता रहता है अथवा मोबाइल कंप्यूटर को लेकर दिनभर व्यस्त रहता है।
- कभी कहता है कि उसके सामने कोई खड़ा है जबकि खड़ा कोई नहीं होता है उसे ऐसे लगता है जैसे कि उसके पास वाले कमरे में कोई घूम रहा है उसे भूत प्रेत दिखाई देने लगते हैं।
- उसके व्यवहार में बदलाव आ जाते हैं दूसरों से कैसे बात करना चाहिए उसे समझ में नहीं आता है दूसरों से गाली गलौज करने लगता है बुराई करता है और उनकी बात नहीं सुनता है अथवा यदि मरीज से कोई प्यार से दो बात बोले तो वो रोने लग जाता है।
- उदास रहने लगता है। किसी से बात नहीं करता है। चुपचाप बैठा रहता है। कभी-कभी अंधेरे कमरे में बैठा रहता है।