sandalwood Farming : चन्दन की खेती करें किसान होगा करोड़ो का मुनाफ़ा
Sandalwood Farming : भारत में अब खेती का परिदृश्य बदल रहा है अब भारत का किसान पारंपरिक खेती के साथ अलग अलग तरह की फसलों की खेती भी कर रहा हैं. ऐसी ही एक खेती है चंदन की जो किसानों को करोड़ों का मुनाफा देती है. चंदन की खेती अधिकतर भारत के दक्षिण के राज्यों में की जाती है. लेकिन अब भारत के अन्य राज्यों में भी इसकी खेती का जा रही है. चलिए जानते हैं चंदन की खेती से किस तरह करोड़ों का लाभ कमाया जा सकता है.
चंदन की खेती करने का तरीका
चंदन का साइंटिफिक नाम पेरोकार्पस सैंटलिनस है. चंदन चार प्रकार को होता है. लाल चंदन, सफेद चंदन, मयूर आयर चंदन और नाग चंदन. सामान्य तौर पर मार्केट में लाल चंदन की खूब डिमांड रहती है. भारत के अलावा विदेशों में भी लाल चंदन की काफी मांग रहती है. लाल चंदन की खेती करने के लिए गर्म जलवायु सही रहती है. इसके लिए दोमट मिट्टी सही होती है. मिट्टी का पीएच मान 4.5 से 6.5 सही रहता है.
चंदन के पौधों को रोपने का सबसे सही वक्त मई से जून का रहता है. आपको चंदन का पौधा किसी भी नर्सरी से आसानी में 100 से 150 रुपए के बीच मिल जाएगा. खेत की अच्छे से जुताई के बाद मिट्टी को भुरभुरी कर लेना जरूरी है. उसके बाद मिट्टी को समतल करना होता है. पौधों को लगाने के बाद खाद भर दें. पौधों के पास पानी के निकलने का इंतजाम भी जरूरी है. ज्यादा पानी से पौधे खराब हो जाएंगे. .
कितना हो सकता है मुनाफा
चंदन की खेती समय लेने वाली खेती होती है. इसके पेड़ जितने पुराने होते जाते हैं. उतने ही कीमती होते जाते हैं. चंदन का एक पौधा जो 100 रुपये में लगाया था. करीब 15 साल बाद वह 2 लाख की कीमत का हो जाता है. यानी अगर आपने चंदन के 100 पेड़ लगाए तो फिर आपको 15 साल में तकरीबन 2 करोड़ के आसपास का मुनाफा हो जाएगा.