समागम 2024: अंतर्राष्ट्रीय बाल दिवस पर हुआ भव्य आयोजन, राज्यपाल शिवप्रताप शुक्ल ने किया शुभारंभ
Sandesh Wahak Digital Desk: अन्तर्राष्ट्रीय बाल दिवस (20 नवंबर) के अवसर पर गोमतीनगर स्थित होटल ताज में समागम 2024 समिट का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने वर्चुअल माध्यम से किया।
उन्होंने बाल संरक्षण और विकास पर विचार साझा करते हुए कहा कि समाज को एकजुट होकर ऐसी दुनिया बनानी चाहिए, जहां वंचित बच्चे भी स्वतंत्र होकर सपने देख सकें और उन्हें साकार करने का अवसर मिले।
खेलों में पीपीपी मॉडल की महत्ता
प्रदेश के खेल मंत्री गिरीश चंद्र यादव ने वर्चुअल संबोधन में ‘पीपीपी मॉडल’ के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि खेल मैदानों का विकास बच्चों के लिए नई संभावनाओं का द्वार खोल सकता है। उन्होंने वंचित बच्चों को खेलों में भागीदारी का अवसर देने पर बल दिया और राज्य सरकार की हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
केंद्र और राज्य सरकार के प्रयास’
ग्रामीण विकास राज्य मंत्री विजय लक्ष्मी गौतम और पूर्व केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने बच्चों के उत्थान के लिए केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं पर प्रकाश डाला। कौशल किशोर ने कहा कि बच्चों को अपराध और नशे से बचाने के लिए विशेष अभियान चलाने और उन्हें खेलों से जोड़ने की आवश्यकता है।
कार्यक्रम में प्रमुख चर्चाएं और सुझाव
-बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा और पूर्व विधायक सुरेश चंद्र तिवारी ने ठोस कार्ययोजना बनाने और बच्चों की सुरक्षा के लिए सामूहिक प्रयासों की जरूरत पर जोर दिया।
-बाल संरक्षण प्रबंधक पूजा कंडुला ने बच्चों के उत्थान के लिए सामुदायिक सहयोग की महत्ता पर चर्चा की।
-सरकारी और गैर-सरकारी संस्थाओं तथा सीएसआर प्रतिनिधियों ने ग्राम पंचायत विकास योजना में बाल अधिकार संरक्षण के मुद्दे पर गहन मंथन किया।
सम्मान और प्रस्तुतियां
– अर्जुन और लक्ष्मण अवार्ड विजेता धावक गुलाब चंद्र पटेल, पैराथलीट सुवर्णा राज, और अंतर्राष्ट्रीय किक बॉक्सर रिंका सिंह को सम्मानित किया गया।
– बेसिक उत्थान एवं सेवा संस्थान के बच्चों ने बाल विवाह की कुरीति पर आधारित नाटक प्रस्तुत कर समाज को जागरूक किया।
– खेल विभाग के उप निदेशक एसएस मिश्रा और क्षेत्रीय युवा कल्याण अधिकारी अखिलेश सिंह ने खेलों के विकास पर प्रेजेंटेशन दिया।
समिट का आयोजन और प्रमुख भागीदारी
मुख्य आयोजक सेफ सोसाइटी के निदेशक विश्व वैभव शर्मा ने बताया कि इस समिट के माध्यम से “ग्रामीण भारत” और “खेलों की दुनिया” में बाल अधिकार संरक्षण की दिशा में नई कार्ययोजनाएं तैयार की गई हैं। इन प्रयासों को सामूहिक उत्तरदायित्व और समन्वय के साथ सफल बनाया जाएगा।
इस अवसर पर कई प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों ने कार्यक्रम में भाग लिया, जिनमें महिला आयोग की सदस्य डॉ. प्रियंका मौर्या, एनएसीजी-ईवीएसी के अध्यक्ष संजय गुप्ता, सीएसआर यूनिवर्स की रुचिका कुमार, श्वेत के पदाधिकारी डॉ. विवेक मिश्रा, और सेफ सोसाइटी के बृजेश मणि मिश्रा, बृजेश चतुर्वेदी, अभिषेक पाठक, सोनिका खरवार, तथा शैलेंद्र चतुर्वेदी प्रमुख थे।
आपको बता दें कि कार्यक्रम का संचालन इशा राय और डॉ. मुस्तफा खान ने किया।
बच्चे राष्ट्र की प्रगति की आधारशिला- राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने कहा कि बच्चे राष्ट्र की प्रगति की आधारशिला हैं, और हमें उनकी सुरक्षा और विकास को सुनिश्चित करना होगा। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत विकास योजनाओं में बाल अधिकारों के समावेश से जमीनी स्तर पर सकारात्मक बदलाव लाए जा सकते हैं।
इस समिट ने बाल अधिकार संरक्षण, खेलों के माध्यम से बच्चों के विकास, और वंचित बच्चों के लिए बेहतर अवसर सृजित करने के महत्वपूर्ण प्रयासों को रेखांकित किया।