RO/ARO Exam Paper Leak: UP STF ने 6 आरोपियों को किया गिरफ्तार, प्रिंटिंग प्रेस से 10 लाख में लीक कराया था पेपर

Sandesh Wahak Digital Desk: समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी का पेपर प्रिंटिंग प्रेस से आउट आठ दिन पहले वहां के कर्मी सुनील रघुवंशी ने कराया था। जिसके लिए उसने 10 लाख की मांग राजीव नयन मिश्रा, विशाल दुबे और सुभाष प्रकाश से की थी। विशप जॉनसन गल्र्स स्कूल प्रयागराज का परीक्षा कार्य देखने वाले अर्पित विनीत यशवंत को मिलाकर कमलेश कुमार पाल, डॉ. शरद सिंह, सौरभ शुक्ला और अरुण सिंह ने परीक्षा के दिन सुबह साढ़े छह बजे मोबाइल से पेपर की फोटो खींचकर आउट कराया था। दूसरा प्रश्नपत्र प्रिटिंग प्रेस के कर्मी सुनील रघुवंशी को मिलाकर प्रिटिंग प्रेस से लीक कराया गया था।

सहपाठी विशाल और राजीव नयन ने भरी थी हामी

एडीजी कानून व्यवस्था अमिताभ यश ने बताया कि जांच में पता चला कि राजीव नयन मिश्रा, सुभाष प्रकाश, विशाल दूबे और सुनील रघुवंशी अलग-अलग प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेज में पढते थे। विशाल दूबे और सुनील रघुवंशी वर्ष 2014 से 2017 तक इंजीनियरिंग कॉलेज में एक साथ पढ़े थे। सुनील रघुवंशी प्रिन्टिग प्रेस में मैकेनिकल इंजिनियर के पद पर नौकरी करने लगा और सुभाष प्रकाश प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेज में नौकरी करने लगा।

पेपर लीक होने के बाद कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन हुए थे

विशाल दूबे और राजीव नयन मिश्रा प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेजों में इच्छुक छात्रों का एडमिशन कराने का काम करते थे। इसी सिलसिले में इन दोनों की सुभाष प्रकाश से जान-पहचान हुई थी। विशाल को जब पता चला कि सुनील रघुवंशी प्रिन्टिग प्रेस में नौकरी करता है तो यह बात विशाल ने मास्टरमाइंड राजीव नयन मिश्रा उर्फ राहुल एवं सुभाष प्रकाश को बतायी।

पैसों का लालच देकर सुनील रघुवंशी को किया था तैयार

इस पर राजीव नयन मिश्रा उर्फ राहुल ने इन दोनों से कहा कि तुम लोग सुनील रघुवंशी के सम्पर्क में रहो और उत्तर प्रदेश में होने वाली किसी परीक्षा का प्रश्नपत्र छपने के लिए आता है। तो इस बारे में बताने और प्रश्नपत्र को लीक कराने के लिए सुनील रघुवंशी को तैयार करो। विशाल ने सुनील रघुवंशी को रुपए का लालच कहा था कि यूपी में होने वाली किसी भी परीक्षा का प्रश्नपत्र छपने के लिये आता है तो तुरन्त बताना।

लालच में आकर सुनील रघुवंशी तैयार हो गया। कुछ समय के उपरान्त सुनील रघुवंशी ने अपने साथी विशाल दूबे को बताया कि प्रिन्टिग प्रेस में एक प्रश्नपत्र छपने के लिए आया है, जिसमें से एक प्रश्नपत्र में 140 प्रश्न है तथा दूसरे प्रश्नपत्र में 40 प्रश्न हैं। इसकी चर्चा विशाल दूबे ने अपने पूर्व परिचित राजीव नयन मिश्रा और सुभाष प्रकाश से किया। राजीव नयन मिश्रा, विशाल दूबे एवं सुभाष प्रकाश ने इस प्रश्नपत्र को आऊट कराने के लिये सुनील रघुवंशी को तैयार कर लिया। सुनील रघुवंशी उक्त प्रश्नपत्र को उपलब्ध कराने के लिये 10 लाख रुपए की मांग करते हुये अभ्यर्थियों को उक्त प्रश्नपत्र भोपाल में अपने सामने पढ़वाये जाने की शर्त रखी थी।

ये भेजे जा चुके हैं जेल

राजीव नयन मिश्रा उर्फ राहुल, सौरभ शुक्ला, अरूण कुमार सिंह, शरद सिंह पटेल, अमित सिंह, अर्पित विनीत यशवंत, अभिषेक शुक्ला, कमलेश कुमार पाल, रवि अत्री, विक्रम पहल को पूर्व में जेल भेजा जा चुका है।

पानी की बोतल में छिपाया था पेपर

साजिश के तहत सुनील रघुवंशी प्रश्नपत्र की छपाई पर नजर रखने लगा। वह प्रिन्टिग प्रेस के मशीन की मरम्मत के नाम पर मशीन के आस-पास रहकर सही व सुरक्षित समय का इंतजार करने लगा। 3 फरवरी को सुनील रघुवंशी ने मौका देखकर प्रिन्टिग प्रेस मशीन के एक पार्ट को बाहर ठीक कराने के नाम पर अपने पीने के पानी के बोतल के साथ लेकर प्रेस से आ गया। इन्हीं में प्रश्नपत्र छुपाकर बाहर लाया और घर पर रख दिया। फिर विशाल को दिया और विशाल ने राजीव नयन मिश्रा उर्फ राहुल व सुभाष प्रकाश को बताया।

इसके उपरान्त इन लोगों द्वारा आपस में तय किया गया कि 8 फरवरी को अभ्यर्थियों तथा सॉल्वर को लेकर कोमल होटल में इकठ्ठा होगें। होटल में ही सॉल्वरों से प्रश्नपत्र को हल कराकर अभ्यर्थियों को पढ़वा दिया जायेगा। राजीव नयन मिश्रा उर्फ राहुल व उसके गैंग के सदस्यों द्वारा प्रति अभ्यर्थी से 12-12 लाख रुपए तय किए थे। योजना के तहत सुनील रघुवंशी प्रश्नपत्र की 06-06 फोटो कापी कराकर होटल आया। फिर सुभाष ने मौजूद अभ्यर्थियों को पढ़ाया गया।

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