लाल डायरी में खुलासा: उपनिदेशकों ने बैंक खातों में भी मंगाए कमीशन के पैसे

Sandesh Wahak Digital Desk : राज्य कृषि उत्पादन मंडी परिषद के निर्माण खंड प्रयागराज में तैनात अधिकारियों और अभियंताओं ने कमीशन की उगाही के लिए सारे रिकार्ड तोड़ दिए। कमीशन का धन घर के बेडरूम तक मंगवाया गया। यही नहीं कार्यालय अथवा घर में मौजूद न होने की स्थिति में साहबों ने स्वयं के बैंक खाते में कमीशन का धन मंगाने से परहेज नहीं किया।

एक महिला सहायक अभियंता ने तो पे-टीएम की सुविधा का पूरा फायदा कमीशन के पैसे प्राप्त करने में ले लिए। अधिकारियों और अभियंताओं के सारे कारनामे निर्माण खंड कार्यालय से प्राप्त लाल डायरी से उजागर हो रहे हैं।

रविंद्र यादव, उपनिदेशक निर्माण
रविंद्र यादव, उपनिदेशक निर्माण

 

एडीएफसी और बीएनबी बैंक के खातों में भी कमीशन

प्रयागराज के वर्तमान डीडीसी रविंद्र यादव ने इस कदर भ्रष्टाचार किया कि समय न मिल पाने की स्थिति में उन्होंने खाते में धन मंगाना शुरू कर दिया। यही नहीं उन्होंने एलआईसी की किस्त भी कमीशन के पैसे से ही जमा कराई। डीडीसी के बैंक खाते में सात बार कमीशन का पैसा डाला गया। जबकि चार बार एलआईसी की किश्त के रूप में जमा किया गया। डायरी के अनुसार रविंद्र सिंह के एडीएफसी और बीएनबी बैंक के खातों में भी कमीशन डाला गया।

लाल डायरी के अनुसार रविंद्र यादव को दो वर्षों में 91 बार कमीशन के पैसे दिए गए। समस्त राशि मिलाकर दो करोड़ रुपए से ऊपर पहुंच रही है। बावजूद इसके मंडी निदेशक की महिमा से वह साफ बचे हुए हैं और लगातार अपने कार्यों को अंजाम दे रहे हैं। घर जाते समय, त्योहार में जाते समय, चौराहे पर, ऑफिस में हर कहीं कमीशन के पैसे लिए गए।

डायरी में एक अधिकारी के बेटे और पत्नी द्वारा कमीशन लेने का जिक्र है। डायरी में यहां तक दर्ज है कि डीडीसी रविंद्र सिंह ने जिलाधिकारी और जांच कमेटी के नाम पर भी लाखों रुपए कमीशन के रूप में उठाए। जाहिर सी बात है अगर मामले की जांच हो जाए तो कई आलाधिकारी भी फसेंगे।

डीडीसी महेंद्र कुमार

जांच कराई, आख्या तलब हुई, फिर भी नहीं हुई की कार्रवाई

मुरादाबाद में तैनात डीडीसी महेंद्र कुमार ने लखनऊ का खर्चा हेतु सवा छह लाख रुपए कमीशन के रूप में ले रखा हैं। सूत्रों के मुताबिक लखनऊ का खर्चा का मतलब है मंडी मुख्यालय के उच्चाधिकारियों को जाने वाला धन। डायरी के मुताबिक महेंद्र कुमार ने एक बार पांच लाख रुपए घर पर प्राप्त कर रखा है। महेंद्र कुमार ने कुल 27 बार कमीशन का धन ले रखा है। यह राशि भी करोड़ों में आती है। बावजूद इसके निदेशक ने महेंद्र कुमार को दो-दो मंडलों का प्रभार दे रखा है। महेंद्र कुमार को लेकर भी शासन में शिकायत हो रखी है।

सहायक अभियंता सुनीता
सहायक अभियंता सुनीता

 

सहायक अभियंता ने तो पे-टीएम में मंगवा लिया कमीशन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी स्थिति पहड़िया मंडी में बड़े पैमाने में घोटाला कर चर्चा में आई सहायक अभियंता सुनीता ने कमीशन का पैसा प्राप्त करने के लिए पेटीएम का भी सहारा ले रखा है। सुनीता पर एफआईआर दर्ज है और वह निलंबित भी हो चुकी हैं। डायरी के अनुसार सुनीता ने 23 बार कमीशन का पैसा लिया। जिसमें तीन बार पे-टीएम पर पैसा मंगवा लिया। जबकि धर्मवीर चौराहे पर कमीशन का पैसा मंगवा रखा है। कई बार कार्रवाई होने के बाद भी मंडी निदेशालय ने सुनीता को मजबूत प्रभार दे रखा है।

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