Rajnath Singh ने 1971 युद्ध को याद करते हुए आत्मनिर्भरता पर कही बड़ी बात
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने 1971 के युद्ध और करगिल युद्ध का उदाहरण देते हुए रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता पर जोर देते हुए कहा कि आत्मनिर्भरता एक विकल्प नहीं, बल्कि इस देश की जरूरत है।
Sandesh Wahak Digital Desk: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने 1971 के युद्ध और करगिल युद्ध का उदाहरण देते हुए रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता पर जोर देते हुए कहा कि आत्मनिर्भरता एक विकल्प नहीं, बल्कि इस देश की जरूरत है। उन्होंने लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध (Indo-Pakistani War of 1971) को याद करते हुए कहा कि युद्ध के समय देश को रक्षा उपकरण देने से मना कर दिया गया था और देश को दूसरा रास्ता तलाशना पड़ा था। यही हाल करगिल युद्ध के दौरान भी था।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defense Minister Rajnath Singh) ने कहा, 1971 के युद्ध में जब हमें उपकरणों की सबसे अधिक जरूरत थी, हमें उपकरण देने से मना कर दिया गया। हमें दूसरा रास्ता तलाशना पड़ा। मैं उन देशों का नाम नहीं लेना चाहता जिन्होंने हमारा अनुरोध ठुकरा दिया था। उन्होंने कहा, करगिल युद्ध (Kargil War) का ही उदाहरण लें। जब हमारे रक्षा बलों ने इन उपकरणों की प्रबल आवश्यकता महसूस की, उस समय वे देश हमें शांति का पाठ पढ़ा रहे थे जो पारंपरिक तौर पर हमें हथियारों की आपूर्ति किया करते थे और उन्होंने भी हमें हथियार देने से मना कर दिया था।
खुद को मजबूत करने अलावा कोई विकल्प नहीं- Rajnath Singh
राजनाथ सिंह ने कहा, इसका अर्थ हुआ कि जब जरूरत के समय कोई देश अपनी पीठ दिखा दे तब उस पर किसी चीज को लेकर निर्भर नहीं हुआ जा सकता। इसलिए, हमारे पास खुद को मजबूत करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। अब भारत आत्मनिर्भरता के संकल्प के साथ हर क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है। जमीन से लेकर आसमान तक और कृषि मशीनों से लेकर क्रायोजनिक इंजन तक, भारत हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने के लिए तेजी से आगे बढ़ रहा है।
तेजी से बदलती दुनिया में आत्मनिर्भर बनना होगा- रक्षा मंत्री
रक्षा मंत्री ने कहा कि तेजी से बदल रही दुनिया में आत्मनिर्भरता एक विकल्प ही नहीं, बल्कि यह एक आवश्यकता है। हम हर क्षेत्र में इस देश की आत्मनिर्भरता सुनिश्चित कर रहे हैं। रक्षा क्षेत्र में यह अधिक बढ़ा है क्योंकि यह मामला सीधे तौर पर इस देश की रक्षा (defense of the country) से जुड़ा है।
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