विधानसभा का पैड यूज करने, फेसबुक एकाउंट में एमएलए लिखने पर मुकदमा
पयागपुर विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक पर वर्तमान विधायक ने लिखाया केस
Sandesh Wahak Digital Desk। पयागपुर के पूर्व विधायक एवं सपा के वरिष्ठ नेता मुकेश श्रीवास्तव पर गंभीर आरोप लगे हैं। आरोप है कि पूर्व विधायक विधानसभा का सरकारी पैड प्रयोग करते हैं और फेसबुक अकाउंट में विधायक शो कर रखा है। जबकि दोनो अधिकार पूर्व विधायक को नहीं है। यह अवैध है, फ्राड की श्रेणी में आता है। वर्तमान विधायक सुभाष त्रिपाठी की शिकायत पर पयागपुर पुलिस ने पूर्व विधायक मुकेश श्रीवास्तव के खिलाफ फ्राड एवं आईटी एक्ट के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
पयागपुर विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक पर वर्तमान विधायक ने लिखाया केस
विधायक सुभाष त्रिपाठी ने दी गई तहरीर में बताया कि पूर्व विधायक मुकेश श्रीवास्तव एनएचआरएम के दवा एवं उपकरण व अनुरक्षण घोटाले में सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किया गया है। सीबीआई द्वारा आरोपपत्र भी न्यायालय में दाखिल किया जा चुका है। अब यह व्यक्ति घोटाला करने के लिए विधानसभा का लेटरपैड प्रयोग कर रहा है, जो कि फर्जी है।
यानी विधायक न होकर भी विधायक का लेटर पैड प्रयोग किया जा रहा है। इसके अलावा फेसबुक एकाउंट में स्वयं को विधायक लिखकर लोगों को गुमराह किया जा रहा है। गौरतलब हो कि उक्त शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद से भी विधायक ने की थी। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है।
सपा-भाजपा के बीच कांटे की टक्कर
पयागपुर नगर पंचायत बनने के बाद पहली बार यहां पर निकाय चुनाव चल रहा है। मुकेश श्रीवास्तव के भाई की पत्नी को समाजवादी पार्टी से टिकट मिला हुआ है। जबकि बीजेपी से भाजपा नेता कपीस सिंह की पत्नी सीमा सिंह को टिकट मिला है। दोनो की आमने सामने की टक्कर बताई जा रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि निकाय चुनाव में भाजपा और सपा के बीच कांटे की टक्कर चल रही है। ऐसी स्थिति में इस तरह का एफआईआर दर्ज होना चुनाव से प्रेरित भी हो सकता है।
जिले में चर्चा का विषय बना पयागपुर निकाय चुनाव
वैसे तो बहराइच जिले में कई स्थानों पर निकाय चुनाव चल रहे हैं। लेकिन सर्वाधिक चर्चा पयागपुर नगर पंचायत चुनाव की हो रही है। यहां पर प्रत्याशियों के बीच नहीं बल्कि वर्तमान विधायक और पूर्व विधायक के बीच आमने-सामने की टक्कर मानी जा रही है। दोनो की प्रतिष्ठा पालिका चेयरमैन की सीट पर टिकी हुई है। संभवत: इसी वजह से पयागपुर में रार बढ़ती जा रही है।
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