लाल डायरी के पन्ने से खुली भ्रष्टाचार की पोल, कई मंत्रियों पर दुष्कर्म का आरोप, गुढ़ा बोले- जेल से बाहर रहा तो…
Sandesh Wahak Digital Desk: राजस्थान की गहलोत सरकार से बर्खास्त हुए पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने लाल डायरी का एक पन्ना जारी किया है. राजस्थान विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले राजेंद्र गुढ़ा ने दावे से कहा कि राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि इस भ्रष्टाचार में राजस्थान रॉयल्स के राजीव खन्ना भी शामिल हैं. गुढ़ा ने भवानी सामोता और सीएम अशोक गहलोत के ओएसडी सोभाग के बीच लेन-देन की भी बात कही है. इसके अलावा, गुढ़ा ने कथित तौर पर धर्मेंद्र राठौड़ की हैंडराइटिंग भी दिखाई.
राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें लगातार धमकियां मिल रही हैं. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट और ईडी को इस लाल डायरी की जांच करना चाहिए. समय आने पर मैं और भी खुलासे करता रहूंगा. मेरे ख़ास आदमी के पास लाल डायरी है. अगर मैं जेल चला गया तो मेरा आदमी इस डायरी से जुड़ी जानकारियां सामने लाता रहेगा. धमकी भरे अंदाज में उन्होंने कहा कि अगर, मुझे जेल भेजा तो पूर्व सीएम वसुंधरा राजे की तरह ही सीएम गहलोत के भी राजनीतिक समाज खत्म हो जाएंगे.
#WATCH | Jaipur: Rajendra Gudha, Former Rajasthan minister & Congress leader while reading some pages of a red diary made allegations of corruption in RCA.
He also expressed his apprehension about going to jail and says, "Even if I go to jail, there will be new revelations in… pic.twitter.com/D730ZNNcgU
— ANI (@ANI) August 2, 2023
गुढ़ा ने आगे कहा कि मैंने तथ्यों के साथ सरकार के मंत्रियों पर रेपिस्ट होने के आरोप लगाए हैं. मैं सच बोल रहा हूं. मैं खुद अपना नार्को टेस्ट करवाने के लिए तैयार हूं. मंत्रियों का भी नार्को टेस्ट करवाया जाए. इससे सच सामने आएगा. उन्होंने कहा कि मेरे खिलाफ रोज नए केस हो रहे हैं. मैं भी रणनीति के तहत डायरी के पन्ने जारी करता रहूंगा. डायरी के कुछ पन्ने मिसिंग हैं. लेकिन, मेरे पास जो पन्ने हैं, वह मैं जारी करूंगा. पन्ने स्टेप-बाय-स्टेप जारी करूंगा.
राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि मैं जेल से बाहर रहा तो लगातार पन्ने जारी करता रहूंगा. अगर मैं जेल गया तो कोई और आकर मेरी जगह पन्ने जारी करेगा. मुझे अंदर डाल कर देखें सरकार. मैं वेलकम करता हूं. अगर, मुझे सरकार ने जेल में डाला तो सरकार के समाचार समाप्त. वंस अपॉन अ टाइम, देअर वाज अशोक गहलोत. भरत सिंह जी चिल्ला-चिल्ला कर मर गए. भाया रे भाया, खूब खाया.