परिचालन विस्तार पर जोर दे रही रेडक्लिफ लैब्स, वर्ष 2025-26 में सूचीबद्ध होने की तैयारी
Sandesh Wahak Digital Desk: डायग्नोस्टिक मंच रेडक्लिफ लैब्स वर्ष 2025 तक 250 प्रयोगशालाओं और 10,000 संग्रह केंद्रों के साथ अपने परिचालन विस्तार पर जोर दे रही है। इसके साथ ही कंपनी के संस्थापक और प्रबंध निदेशक धीरज जैन ने बताया कि रेडक्लिफ लैब्स वर्ष 2025-26 में शेयर बाजार में सूचीबद्ध होने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने वर्ष 2018 में परिचालन शुरू किया था और इसके पास छोटे शहरों और कस्बों में 81 प्रयोगशालाएं और 2,000 से अधिक संग्रह केंद्र हैं।
रेडक्लिफ लैब्स ने अब तक 8 करोड़ अमेरिकी डॉलर जुटाए हैं। लैब्स ने वर्ष 2027-28 तक 700 प्रयोगशालाएं और 25,000 संग्रह केंद्र बनाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है। धीरज जैन ने बताया कि उनका लक्ष्य 2025 तक 10,000 संग्रह केंद्र और 250 प्रयोगशालाएं तैयार करना है।
उन्होंने कहा कि अधिकांश विस्तार उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार, झारखंड और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में टियर-2, टियर-3 और टियर-4 स्थानों पर होगा। इन स्थानों पर डायग्नोस्टिक का बुनियादी ढांचा कम विकसित है।
जैन ने कहा कि कंपनी एआई तकनीक को अपनने पर भी जोर दे रही है। उन्होंने कहा कि कंपनी पूंजी के लिहाज से अच्छी स्थिति में है, लेकिन रेडियोलॉजी क्षेत्र का विस्तार करने के लिए इस साल के अंत तक या अगले साल वित्त पोषण के एक और दौर पर विचार कर सकती है।
कंपनी के संस्थापक ने कहा कि वर्ष 2025-26 में हम सूचीबद्ध हो सकते हैं। इससे हमें कारोबार बढ़ाने में मदद मिलेगी। कंपनी में प्रमोटर समूह की लगभग 30 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
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