‘ये मोदी लिखित…’, मल्लिकार्जुन खरगे ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर साधा निशाना
Sandesh Wahak Digital Desk: विपक्षी नेताओं ने बृहस्पतिवार को संसद की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा दिए गए अभिभाषण को सरकार द्वारा दी गई और झूठ पर आधारित पटकथा करार दिया और कहा कि सरकार को 1975 के आपातकाल के बजाय आज के ‘अघोषित आपातकाल’ पर जवाब देना चाहिए।
उन्होंने यह दावा भी किया कि मोदी सरकार में लोकतंत्र एवं संविधान पर हमला किया जा रहा है।
राष्ट्रपति मुर्मू ने बृहस्पतिवार को अपने अभिभाषण में 1975 में लागू आपातकाल का उल्लेख किया और इसे ‘संविधान पर सीधे हमले का सबसे बड़ा एवं काला अध्याय’ करार देते हुए कहा कि ऐसे अनेक हमलों के बावजूद देश ने असंवैधानिक ताकतों पर विजय प्राप्त करके दिखाई।
राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आरोप लगाया कि राष्ट्रपति के, ‘मोदी सरकार लिखित’ अभिभाषण को सुनकर ऐसा लगा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 2024 के लोकसभा चुनाव के जनादेश को नकारने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने यह दावा भी किया कि प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपति से ‘झूठ बुलवाकर’ अपनी वाहवाही करने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि देश की जनता उन्हें नकार चुकी है।
अर्थव्यवस्था को लेकर सरकार पर हमलावर हुए अखिलेश
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भारत के दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होने के सरकार के दावे पर निशाना साधा। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि भारत के पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की कहानी बताई जा रही है… क्या उसने हमारे किसानों को समृद्ध बनाया है? अगर हम पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं, तो इतने सारे युवा बेरोजगार क्यों हैं? अग्निवीर जैसी योजना क्यों है? महंगाई पर नियंत्रण क्यों नहीं किया जा सकता?
मुर्मू द्वारा आपातकाल का जिक्र किए जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि भाजपा ने आपातकाल के दौरान जेल में बंद लोगों के लिए क्या किया? सपा ने उन्हें सम्मान और पेंशन दी।
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