बढ़ेंगी IAS अभिषेक प्रकाश की मुश्किलें, अब करोड़ों के डिफेनन्स कॉरिडोर घोटाले में चार्जशीट थमाने की तैयारी

Sandesh Wahak Digital Desk: 350 करोड़ से ऊपर के घूसखोरी काण्ड में फंसे इन्वेस्ट यूपी के निलंबित सीईओ अभिषेक प्रकाश की मुश्किलें और बढ़ेंगी। आईएएस के बाकी घोटालों पर भी सीएम योगी की नजरें टेढ़ी हो चुकी हैं।
सबसे पहले कार्रवाई का खाका भटगांव में डिफेंस कॉरिडोर के लिए हुए भूमि अधिग्रहण में अंजाम दिए गए करोड़ों के मुआवजा घोटाले में खींचा जा रहा है। जिसकी रिपोर्ट शासन की फाइलों में करीब सात माह से मानो कैद होकर रह गयी थी। इस रिपोर्ट में घोटाले का मास्टरमाइंड तत्कालीन डीएम अभिषेक प्रकाश को बताया जा रहा है।
साथ ही कई अफसर-कर्मी भी फंसे हैं। तत्कालीन सरोजनीनगर तहसीलदार भी अहम कड़ी हैं। पूर्व राजस्व परिषद अध्यक्ष रजनीश दुबे के नेतृत्व में कमेटी ने जमीनों की हेराफेरी पकड़ी है। राजस्व विभाग से भेजी गयी जांच रिपोर्ट पर नियुक्ति विभाग ने कार्रवाई के लिहाज से निलंबित आईएएस को चार्जशीट थमाने की तैयारी शुरू कर दी है। सीएम योगी के आदेशों के बाद जांच रिपोर्ट का संज्ञान लेकर परीक्षण करा लिया गया है। करीब 20 करोड़ से ऊपर का मुआवजा फर्जी तरीके से लेने का मामला है।
एसटीएफ ने कई राज्यों में सम्पत्तियों का ब्यौरा जुटाया
सूत्रों के मुताबिक सीएम योगी के निर्देशों के बाद विजिलेंस से पहले एसटीएफ ने आईएएस अभिषेक प्रकाश से जुडी सम्पत्तियों की छानबीन तेज कर दी है। इसकी कमान सीधे एसटीएफ के मुखिया व एडीजी कानून व्यवस्था अमिताभ यश के हाथों में है। कई राज्यों में इस आईएएस से जुडी सम्पत्तियों के होने की बात सामने आयी है। वहीं भाई की कंपनियों को भी खंगाला जा रहा है। सूत्रों की माने तो उत्तराखंड के एक जिले में काफी सम्पत्तियां मिली हैं। सोलर उद्यमी से अरबों की रिश्वत वसूलने के मंसूबे फेल होने के बाद निलंबित आईएएस अभिषेक प्रकाश के ऊपर गिरफ्तारी की तलवार भी लटक रही है।
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